एयर इंडिया हादसा: मृतकों की संख्या 270 हुई, 11 परिवारों को सौंपे गए शव

अहमदाबाद। लंदन के लिए रवाना हुआ एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें अब तक मृतकों की संख्या 270 तक पहुंच चुकी है। शुक्रवार से शनिवार रात 9 बजे तक कुल 19 शवों की डीएनए प्रोफाइलिंग पूरी की जा चुकी है। इनमें से 11 शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि शेष शवों को आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही सौंपा जाएगा।

राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे और अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. रजनीश पटेल ने बताया कि प्रारंभिक जांच में 8 शवों की पहचान परिजनों द्वारा सीधे की गई थी क्योंकि वे बेहतर स्थिति में थे। विमान में कुल 243 यात्री सवार थे, जिनमें से 242 की मृत्यु हो गई। इसके अलावा, दुर्घटना स्थल पर मौजूद 29 लोगों की भी जान चली गई, जिनमें 5 एमबीबीएस छात्र शामिल थे।

राज्य और केंद्र सरकार की संयुक्त एजेंसियों ने राहत और बचाव कार्य में समन्वित रूप से काम किया। राज्यभर के 18 जिलों में मृतकों के परिवारों से संपर्क कर शवों की सुपुर्दगी प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके लिए 230 टीमें गठित की गई हैं। डीएनए नमूने देने आए परिजनों से पहचान दस्तावेज लाने को कहा गया था। अहमदाबाद नगर निगम ने मृतक प्रमाणपत्र तुरंत जारी कर दिए ताकि परिजनों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

राहत आयुक्त ने बताया कि प्रत्येक मृतक परिवार के लिए एक अलग टीम तैनात की गई है जो शव को एम्बुलेंस द्वारा उनके निवास स्थान तक पहुंचाएगी। अब तक संपर्क में नहीं आ पाए 11 विदेशी परिवारों से भी संपर्क स्थापित हो गया है और वे रविवार दोपहर तक अहमदाबाद पहुंचेंगे। ब्रिटिश हाई कमीशन अहमदाबाद में सक्रिय है और सभी संबंधित एजेंसियां सहयोग कर रही हैं।

डॉ. पटेल ने जानकारी दी कि हादसे में बचने वाले एकमात्र यात्री विश्वास कुमार की हालत स्थिर है और वह तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। अभी दो अन्य घायलों का इलाज आईसीयू में चल रहा है। फोरेंसिक और विमानन विशेषज्ञों की टीमें मलबे की गहन जांच कर रही हैं। केंद्र सरकार ने एक उच्च स्तरीय बहु-विषयी समिति का गठन किया है, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय गृह सचिव कर रहे हैं।

गुजरात सरकार ने शवों के परिवहन के लिए 192 एम्बुलेंस और 591 कर्मचारियों की टीम तैनात की है, जिनमें डॉक्टर, सहायक और चालक शामिल हैं। अहमदाबाद प्रशासन ने समन्वय सुनिश्चित करने के लिए 230 कर्मचारियों और तीन उपकलेक्टर स्तर के अधिकारियों की नियुक्ति की है। यदि कोई परिवार विमान से शव ले जाना चाहता है, तो सरकार एयर इंडिया के माध्यम से आवश्यक प्रबंध कर रही है।

स्वास्थ्य विभाग ने ट्रॉमा सेंटर में ऑर्थोपेडिक, न्यूरो, मेडिसिन, प्लास्टिक सर्जरी और बर्न्स विभाग के विशेषज्ञों की 5 टीमें तैनात की हैं। इसके अलावा पोस्टमार्टम कक्ष में 32 विशेषज्ञ डॉक्टर, 20 सहायक और बीजे मेडिकल कॉलेज के कसौटी भवन में 12 विशेषज्ञ तैनात किए गए हैं।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहत कार्य तत्काल शुरू किया गया था। इस कार्य में स्थानीय नागरिक, निजी डॉक्टर और आम लोग सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के 100 डॉक्टरों ने सहयोग किया, और 4 रक्तदान शिविरों में 1300 यूनिट रक्त एकत्र किया गया।

बीजे मेडिकल कॉलेज के कसौटी भवन में बनाए गए हेल्पडेस्क और कंट्रोल रूम पर 600 से अधिक कॉल्स को संभाला गया है। अस्पताल प्रशासन, जिला प्रशासन और राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र की मदद से परिजनों को सैंपलिंग, परिवहन, ठहरने और भोजन की सुविधा मुहैया कराई जा रही है।

परिजनों से आग्रह किया गया है कि वे डीएनए मिलान और शव प्राप्ति से जुड़ी जानकारी केवल सिविल अस्पताल अहमदाबाद के आधिकारिक नंबरों पर ही लें, जो इस प्रकार हैं:

सम्पर्क नंबर:
9429915911, 9429916096, 9429916118, 9429916378,
9429916608, 9429916622, 9429916682, 9429916758,
9429916771, 9429916875

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