ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच अब अमेरिका की सक्रियता से पश्चिमी एशिया (मिडिल ईस्ट) में हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं। सुरक्षा कारणों से एयरस्पेस बंद किए जाने के चलते ब्रिटिश एयरवेज की लंदन जाने वाली उड़ान को चेन्नई एयरपोर्ट पर आपात स्थिति में लौटना पड़ा।
फ्लाइट BA276, जो रविवार 22 जून की सुबह 6:24 बजे चेन्नई से रवाना हुई थी, उसे उड़ान के दौरान वापस लौटने का निर्देश दिया गया। इस विमान में 247 यात्री और 15 क्रू सदस्य सवार थे। यह फ्लाइट निर्धारित समय 5:35 बजे से लगभग एक घंटे की देरी से रवाना हुई थी।
मिडिल ईस्ट में एयरस्पेस बंद होने के कारण बदली उड़ान की दिशा
जानकारी के अनुसार, विमान ने जैसे ही बेंगलुरु को पार कर अरब सागर में प्रवेश किया, तभी पायलट को सूचना मिली कि मिडिल ईस्ट का मुख्य हवाई क्षेत्र नागरिक विमानों के लिए बंद कर दिया गया है। अमेरिकी हमले के बाद क्षेत्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने यह निर्णय लिया। पायलट ने तत्काल चेन्नई और लंदन के एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क कर स्थिति की जानकारी दी। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विमान को चेन्नई लौटने का निर्देश दिया गया।
सुबह 10 बजे विमान सुरक्षित उतरा
करीब साढ़े तीन घंटे की उड़ान के बाद फ्लाइट को सुबह 10 बजे चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित लैंड कराया गया। सभी यात्रियों को सुरक्षित उतार लिया गया है।
ब्रिटिश एयरवेज का आधिकारिक बयान
ब्रिटिश एयरवेज ने एक आधिकारिक बयान में इस आपात वापसी की पुष्टि की है। कंपनी ने कहा, “यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। हम आगे की यात्रा के लिए वैकल्पिक विकल्पों का मूल्यांकन कर रहे हैं। जैसे ही कोई नया मार्ग सुनिश्चित होगा या क्षेत्रीय हवाई मार्ग पुनः खुलेंगे, यात्रियों को सूचित किया जाएगा।”
खाड़ी देशों की उड़ानों पर भी असर
मिडिल ईस्ट एयरस्पेस में आई रुकावट के कारण चेन्नई एयरपोर्ट से खाड़ी देशों को जाने वाली कई उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं। कुवैत, दोहा, दुबई, शारजाह और अबू धाबी की उड़ानों में काफी देरी दर्ज की गई।