राजधानी बेंगलुरु के हेगड़े नगर क्षेत्र में रविवार शाम एक ऑटो रिक्शा चालक के साथ मारपीट की घटना सामने आई है। पीड़ित वसीम नामक चालक का आरोप है कि कुछ लोगों ने उस पर धार्मिक नारा लगाने का दबाव बनाया और मना करने पर हमला कर दिया। हालांकि पुलिस को दी गई शिकायत में इस दावे का स्पष्ट उल्लेख नहीं है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और कहा है कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है।
वसीम ने लगाए गंभीर आरोप
पीड़ित वसीम के अनुसार, यह घटना रविवार शाम करीब 4:30 से 6:30 बजे के बीच एजेबीजे लेआउट के पास एक खुले मैदान में घटी। वसीम का कहना है कि वह अपने दोस्त जमीर के साथ वहां गया था, तभी 6 से 8 लोगों ने उसके साथ बदसलूकी शुरू कर दी। उन्होंने कथित रूप से धार्मिक नारा लगाने के लिए मजबूर किया और इनकार करने पर मारपीट की। वसीम ने बताया कि उसके साथ मारपीट में उसे चोटें भी आई हैं, जबकि उसका दोस्त मौके से भागने में सफल रहा।
वीडियो वायरल, सोशल मीडिया पर चर्चा
घटना से जुड़ा वसीम का बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह हमले की वजह धार्मिक नारा न लगाने को बता रहा है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस की सक्रियता भी बढ़ गई है।
पुलिस का पक्ष
बेंगलुरु उत्तर-पूर्व क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त साजिथ वीजे ने बताया कि वसीम की लिखित शिकायत में किसी भी धार्मिक नारे या जबरन नारा लगवाने जैसी बात का उल्लेख नहीं है। उन्होंने कहा कि घटनास्थल के आसपास मौजूद तीन चश्मदीदों से पूछताछ की गई है, जिन्होंने भी धार्मिक नारेबाजी से इनकार किया है। डीसीपी ने यह भी बताया कि वीडियो की जांच की जा रही है और किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी तथ्यों को परखा जाएगा।