बेंगलुरु में हुए भगदड़ कांड के बाद कर्नाटक सरकार ने मृतकों के परिवारों को दी जाने वाली मुआवजा राशि में बढ़ोतरी की है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार शाम घोषणा की कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को अब 25 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। इससे पहले सरकार ने 10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की थी। वहीं, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) टीम ने भी मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये की मदद देने की बात कही है।
गौरतलब है कि 4 जून को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी की जीत का जश्न कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें भारी भीड़ के चलते भगदड़ मच गई। इस दर्दनाक हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई जबकि 56 लोग घायल हुए थे।
एक सदस्यीय जांच आयोग करेगा हादसे की जांच
इस घटना की विस्तृत जांच के लिए राज्य सरकार ने कर्नाटक हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश जॉन माइकल कुन्हा की अध्यक्षता में एक सदस्यीय आयोग का गठन किया है। आयोग को इस घटना के कारणों की जांच करने, जिम्मेदार लोगों की पहचान करने और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए सुझाव देने का दायित्व सौंपा गया है।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 5 जून को आयोग के गठन की घोषणा की थी। आयोग को 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी। आयोग को जांच आयोग अधिनियम, 1952 और सिविल प्रक्रिया संहिता के तहत सभी जांच अधिकार प्राप्त होंगे।
अनुमतियों और नियमों के पालन की भी होगी समीक्षा
आयोग यह भी जांच करेगा कि क्या आरसीबी के विजय समारोह के दौरान जरूरी अनुमति, नियमों और दिशा-निर्देशों का पालन किया गया था या नहीं। साथ ही यह भी पता लगाया जाएगा कि भीड़ नियंत्रण में क्या चूक रही और भगदड़ किन कारणों से हुई।
राज्य सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह जांच मजिस्ट्रेट जांच से अलग और स्वतंत्र होगी। आयोग तकनीकी और विधिक सहायता के लिए यदि आवश्यक हो, तो सेवानिवृत्त आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की सेवाएं ले सकता है, जिनका खर्च सरकार वहन करेगी। इसके अतिरिक्त, जांच कार्य के लिए जरूरी संसाधन पुलिस महानिदेशक और महानिरीक्षक द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे।