भारतीय जनता पार्टी ने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन की तैयारियों के बीच कई राज्यों में अपने प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली है। बुधवार को पश्चिम बंगाल इकाई में भी संगठनात्मक बदलाव की प्रक्रिया आरंभ हुई। राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता समिक भट्टाचार्य ने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया।
इस समय बंगाल भाजपा की कमान सुकांत मजूमदार के हाथों में है, जिन्हें वर्ष 2021 में यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अब समिक भट्टाचार्य ने साल्ट लेक स्थित भाजपा कार्यालय में अपना नामांकन प्रस्तुत किया, इस दौरान मजूमदार और विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी भी उनके साथ मौजूद रहे। सूत्रों के अनुसार, चूंकि केवल समिक भट्टाचार्य ने नामांकन दाखिल किया है, ऐसे में उन्हें निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने की संभावना है।
प्रदेश भाजपा सूत्रों का कहना है कि बुधवार शाम तक किसी अन्य प्रत्याशी द्वारा नामांकन दाखिल नहीं किया गया। ऐसे में समिक भट्टाचार्य का चयन औपचारिक रूप से आज शाम या कल एक समारोह में घोषित किया जा सकता है। माना जा रहा है कि उनका चयन 2026 में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र संगठन को सशक्त करने की रणनीति का हिस्सा है।
केंद्रीय नेतृत्व की मुहर लगभग तय
भाजपा की अधिसूचना के अनुसार, नामांकन, जांच और नाम वापसी की पूरी प्रक्रिया बुधवार को पूरी होनी है। यदि एक से अधिक उम्मीदवार मैदान में होते, तो गुरुवार को मतदान की योजना थी। लेकिन सूत्रों के अनुसार यह चुनाव प्रक्रिया अधिकतर औपचारिकता भर है, और केंद्रीय नेतृत्व द्वारा तय किए गए नाम को ही निर्विरोध अध्यक्ष के रूप में घोषित किया जाएगा।
नड्डा से मुलाकात के बाद अटकलें हुईं तेज
भट्टाचार्य के नाम को लेकर पहले से ही चर्चा थी, और हाल ही में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली में उनकी मुलाकात ने इन अटकलों को और बल दिया। बताया जा रहा है कि यह मुलाकात वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद की मौजूदगी में हुई, जो इस चुनावी प्रक्रिया पर नजर रखे हुए हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि भट्टाचार्य को केंद्रीय नेतृत्व की ओर से ही आमंत्रित किया गया था।