मेडिकल कॉलेजों को मान्यता दिलाने के बदले रिश्वत लेकर मनचाही इंस्पेक्शन रिपोर्ट तैयार करने के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने देशभर में व्यापक कार्रवाई की है। जांच एजेंसी ने कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और दिल्ली में 40 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान तीन डॉक्टरों सहित कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, ये सभी आरोपी मेडिकल संस्थानों को अनुकूल रिपोर्ट देने के बदले मोटी रकम वसूलते थे। जांच में यह मामला छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर स्थित श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च से जुड़ा है, जहां निरीक्षण में अनियमितता और रिश्वतखोरी की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। CBI ने जाल बिछाकर रिश्वत लेते हुए आरोपियों को रंगेहाथ पकड़ा। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों को उनके संबंधित न्यायालयों में पेश किया जाएगा।
मुंबई पोर्ट ट्रस्ट में रिश्वत का मामला, तीन अधिकारी जांच के घेरे में
CBI ने एक अन्य मामले में मुंबई पोर्ट अथॉरिटी के तीन अधिकारियों के खिलाफ भी भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने एक जहाज को समय से रवाना करने की मंजूरी देने के बदले पांच लाख रुपये की रिश्वत ली।
मामले के अनुसार, 6 अप्रैल 2023 को पायलट कैप्टन अभिषेक सिंह पाल को जहाज ‘अल करामा’ को फिर से बंदरगाह पर लगाने की जिम्मेदारी दी गई थी। काम के दौरान चोट लगने का हवाला देते हुए उन्होंने एनओसी जारी करने से इनकार कर दिया। आरोप है कि इसके बाद उन्होंने शिपिंग एजेंट से एनओसी के बदले छह हजार अमेरिकी डॉलर (लगभग पांच लाख रुपये) की मांग की, जो कथित रूप से उनके रिश्तेदार के बैंक खाते में ट्रांसफर की गई।
CBI ने इस मामले में डॉक मास्टर कैप्टन संजय कंधवे और कैप्टन उमेश ओक को भी आरोपी बनाया है, जिन पर पाल के साथ मिलकर मंजूरी प्रक्रिया में अनियमितता करने का आरोप है।