नई दिल्ली। महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग को एक आधिकारिक पत्र भेजा है। इस पत्र में पार्टी ने मतदाता सूची की डिजिटल और मशीन-रीडेबल कॉपी के साथ-साथ मतदान दिवस की वीडियो फुटेज साझा करने की मांग की है। यह पत्र विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर उठाए गए सवालों के संदर्भ में भेजा गया है।
सात दिन में मांगी मशीन-पठनीय वोटर लिस्ट
कांग्रेस ने आयोग से स्पष्ट रूप से कहा है कि महाराष्ट्र और हरियाणा की मतदाता सूचियों की डिजिटल प्रति एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराई जाए। इसके साथ ही मतदान के दिन की रिकॉर्डिंग भी सार्वजनिक की जाए। पार्टी ने यह मांग पारदर्शिता और विश्वास की भावना को मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया है।
लंबे समय से उठाई जा रही मांग
कांग्रेस ने पत्र में यह भी स्पष्ट किया कि यह मांग कोई नई नहीं है, बल्कि पार्टी इसे लगातार चुनाव आयोग के समक्ष उठाती रही है। उनका कहना है कि यह चुनाव आयोग के लिए कोई जटिल प्रक्रिया नहीं है और इससे न सिर्फ राजनीतिक दलों में विश्वास बढ़ेगा बल्कि आम मतदाता का भरोसा भी कायम रहेगा।
चर्चा को तैयार है कांग्रेस नेतृत्व
पार्टी ने यह भी कहा है कि जैसे ही आयोग इन मांगों पर कार्रवाई करता है, कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व आयोग से बातचीत के लिए तैयार है। पार्टी ने संकेत दिया है कि उनके पास विश्लेषण और तथ्यों का ऐसा संग्रह है, जो चुनावी प्रक्रिया की खामियों को उजागर कर सकता है।
महाराष्ट्र और हरियाणा चुनावों को लेकर उठे थे सवाल
गौरतलब है कि हाल ही में महाराष्ट्र और हरियाणा में हुए चुनावों के दौरान विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए थे। विशेष रूप से महाराष्ट्र में कांग्रेस ने मतदाता सूची में अनियमितताओं, मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी और प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। अब कांग्रेस ने इन मुद्दों पर चुनाव आयोग से औपचारिक संवाद का मार्ग अपनाया है।