‘ऑपरेशन सिंदूर का नाम सुनकर भावुक’, पहलगाम हमले के बाद पीड़ितों ने बयां किया दर्द

भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर जोरदार स्ट्राइक की, जिसमें विस्फोटों से आसमान लाल हो गया। धमाकों के बाद कुछ समय के लिए शांति रही, लेकिन जल्द ही फाइटर जेट की गूंज ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, लगातार कई धमाकों की आवाज करीब 40 मिनट तक सुनाई देती रही। कुछ देर के अंतराल के बाद फिर लड़ाकू विमानों की गड़गड़ाहट जारी रही। इस बीच, पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय सशस्त्र बलों की प्रशंसा की।

एन. रामचंद्रन की बेटी आरती का दर्द

पहलगाम हमले में मारे गए एन. रामचंद्रन की बेटी आरती ने ऑपरेशन सिंदूर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस कार्रवाई से उन्हें थोड़ी राहत मिली है। हालांकि उनके नुकसान की भरपाई संभव नहीं है, लेकिन उन्हें संतोष है कि गुनहगारों को सजा मिल गई। आरती ने प्रधानमंत्री, सेना और सरकार को सलाम करते हुए कहा कि इस ऑपरेशन से अन्य पीड़ित परिवारों को भी सुकून मिला होगा।

ऑपरेशन सिंदूर: एक सटीक नाम

आरती ने कहा कि इस मिशन के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बेहतर नाम नहीं हो सकता था। आतंकवाद का इससे कड़ा जवाब नहीं हो सकता, जिसने उनके सामने ही पिता, भाई या पति को मार डाला था। उन्होंने उम्मीद जताई कि हिमांशी नरवाल सहित अन्य पीड़ित परिवारों को भी इससे कुछ राहत मिली होगी। हिमांशी के पति भी आतंकी हमले में मारे गए थे, और उनकी तस्वीर हमले की भयावहता का प्रतीक बन गई थी।

‘पति और पिता का बलिदान व्यर्थ नहीं गया’

मृतक संतोष जगदाले की बेटी असावरी जगदाले ने भी सरकार और सेना के इस कड़े जवाब की सराहना की। उन्होंने कहा कि आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की जान जाने का बदला लेना जरूरी था। असावरी ने कहा कि कई लोगों ने अपने पति और पिता को खो दिया है, लेकिन यह बलिदान व्यर्थ नहीं गया। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय और सच्ची श्रद्धांजलि दी है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम का महत्व

जगदाले ने बताया कि जब ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ सुना, तो वह भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह जब श्रीनगर में मृतकों को श्रद्धांजलि देने आए थे, तब अपने पतियों को खोने वाली महिलाएं रोती-बिलखती नजर आईं। शायद इसी वजह से इस ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ रखा गया।

देर रात हुआ ऑपरेशन

पहलगाम हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। इनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा मुरीदके शामिल थे। ऑपरेशन सिंदूर के तहत यह कार्रवाई पहलगाम में 26 नागरिकों की निर्मम हत्या के दो हफ्ते बाद की गई।

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