भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के संदर्भ में विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें पाकिस्तान की हालिया आक्रामक हरकतों का पर्दाफाश किया गया। विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पाकिस्तान द्वारा की जा रही उकसावे वाली गतिविधियों पर गंभीर चिंता जताई। विक्रम मिस्री ने कहा, “पाकिस्तान की लगातार उकसावे वाली कार्रवाइयां तनाव को बढ़ा रही हैं। हम संयम के साथ उचित प्रतिक्रिया दे रहे हैं।”
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने पश्चिमी सीमा पर लगातार आक्रमक गतिविधियां जारी रखी हैं, जिसमें ड्रोन, लंबी दूरी के हथियार, और लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल कर भारतीय सैन्य ढांचे को निशाना बनाने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि 26 से ज्यादा स्थानों पर हवाई घुसपैठ के प्रयास किए गए, जिन्हें भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक नाकाम किया। इसके अतिरिक्त, पाकिस्तान ने पंजाब एयरबेस पर हाई-स्पीड मिसाइलों से हमला किया, जिसपर भारत ने सटीक जवाबी कार्रवाई की।
पाकिस्तान की गतिविधियों का विवरण देते हुए कर्नल कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने विभिन्न हथियारों का इस्तेमाल किया, जिनमें ड्रोन, लॉयटरिंग म्यूनिशंस (सुसाइड ड्रोन), और लड़ाकू विमानों का उपयोग शामिल था। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने लाहौर से नागरिक विमानों की आड़ में हमले किए, जिससे भारतीय वायुसेना को संयम के साथ जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ा।
पाकिस्तान द्वारा किए गए झूठे दावों पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान द्वारा किए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारत ने अफगानिस्तान पर मिसाइल दागी है, लेकिन यह पूरी तरह से झूठ है। साथ ही, पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों को नष्ट करने का दावा किया था, जो कि गलत था। मिस्री ने पाकिस्तान के इन दावों का खंडन करते हुए इन झूठों का पर्दाफाश किया।
भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि उसकी आक्रामकता का जवाब प्रभावी और संयमित तरीके से दिया जाएगा। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि पाकिस्तान की आक्रामकता का मुकाबला करते हुए भारत ने अपनी सैन्य ताकत का इस्तेमाल किया है और आगे भी यही रणनीति अपनाई जाएगी। भारत का उद्देश्य सीमा पर शांति बनाए रखना है, बशर्ते पाकिस्तान भी ऐसा ही करें।
विदेश सचिव ने यह भी कहा कि पाकिस्तान की रणनीति केवल संघर्ष और तनाव बढ़ाने की है, और भारत इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।