केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी एक बार फिर अपने स्पष्ट और तीखे बयानों को लेकर चर्चा में हैं। नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि अगर उन्हें नौकरी करनी पड़ी, तो इसके लिए 200 करोड़ रुपये मासिक वेतन की मांग करेंगे। उन्होंने कहा, “मेरे दिमाग की कीमत 200 करोड़ रुपये प्रति माह है, तभी मैं किसी की नौकरी करूंगा।”
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा, “दुनिया झुकती है, लेकिन झुकाने वाला होना चाहिए। इसके लिए ज्ञान और शिक्षा आवश्यक है।” उन्होंने बताया कि एक बार किसी ने उनसे पूछा था कि क्या वह नौकरी करना चाहेंगे, जिस पर उनका जवाब था कि वह तभी तैयार होंगे, जब उन्हें 200 करोड़ रुपये महीने मिलें।
“जाति की बात करने वालों को कसकर मारूंगा लात”
इससे पहले गडकरी ने जाति-धर्म पर राजनीति करने वालों को लेकर भी तीखी टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था, “कोई व्यक्ति न तो अपनी जाति से बड़ा होता है, न धर्म या भाषा से, बल्कि वह अपने गुणों और कर्मों से पहचाना जाता है।” उन्होंने कहा कि वह जाति और धर्म के नाम पर समाज में बंटवारे के खिलाफ हैं।
गडकरी ने आगे कहा, “राजनीति में आने के बाद बहुत से जाति के आधार पर सोचने वाले लोग मिलने आते हैं, लेकिन मैंने साफ कह दिया है कि जो भी जाति की बात करेगा, उसे कसकर लात मारूंगा।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि वह हमेशा अपने विचारों पर अडिग रहे हैं और वोट बैंक की राजनीति से दूरी बनाए रखते हैं।