राजा रघुवंशी हत्याकांड ने सिर्फ दो परिवारों को नहीं, बल्कि 2200 किलोमीटर दूर बसे मेघालय राज्य को भी प्रभावित किया है। इंदौर निवासी राजा अपनी पत्नी सोनम के साथ शिलांग में हनीमून मनाने आए थे, जहां साजिश के तहत उनकी हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज वारदात के बाद से मेघालय की पर्यटन छवि पर नकारात्मक असर पड़ा है। राज्य को असुरक्षित मानते हुए पर्यटक यहां आने से कतरा रहे हैं, जिससे होटल व टैक्सी इंडस्ट्री में बुकिंग रद्द हो रही हैं और स्थानीय व्यवसायियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
पर्यटन और होटल व्यवसाय पर प्रभाव
शिलांग के एक प्रमुख होटल ‘अल्पाइन’ के प्रबंधक सचिन ने बताया कि हत्या की घटना के बाद से होटल सेक्टर प्रभावित हुआ है। करीब 5 से 10 प्रतिशत बुकिंग रद्द हुई हैं और नई बुकिंग में भी गिरावट देखी गई है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि मेघालय एक पूरी तरह सुरक्षित राज्य है और इस घटना को आधार बनाकर राज्य की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है।
पर्यटन मंच का भी दर्द छलका
मेघालय टूरिज्म फोरम के कार्यकारी सदस्य कमल अग्रवाल ने भी घटना के बाद पर्यटन में आई गिरावट की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि कुछ बुकिंग कैंसिल हुई हैं और इससे उद्योग को मामूली आर्थिक झटका लगा है। उनके अनुसार मेघालय जैसे पर्यटन-आधारित राज्य में यह घटना रोजगार पर असर डाल सकती है।
टैक्सी चालक भी हुए प्रभावित
होटल सेक्टर के अलावा टैक्सी चालकों को भी नुकसान झेलना पड़ा है। कई पर्यटकों ने अपनी बुकिंग रद्द कर दी, जिससे ड्राइवरों की आमदनी प्रभावित हुई है। स्थानीय टैक्सी चालकों का कहना है कि सिर्फ दो बुकिंग रद्द होने से भी उन्हें बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है।
16 लाख पर्यटकों वाला राज्य अब चिंतित
हर वर्ष लगभग 16 लाख सैलानी मेघालय की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने पहुंचते हैं। लेकिन इस एक आपराधिक घटना के बाद राज्य की छवि धूमिल हुई है और पर्यटन क्षेत्र की रफ्तार थमती दिख रही है। यही कारण है कि स्थानीय लोग और अधिकारी इस मुद्दे को लेकर चिंतित हैं।
माफी भी मांगी गई
विवाद बढ़ने के बाद सोनम रघुवंशी के भाई गोविंद रघुवंशी ने मेघालय सरकार पर लगाए गए आरोपों को वापस लेते हुए सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगी। उन्होंने कहा कि भावनात्मक क्षणों में उन्होंने सरकार के प्रति कुछ कठोर शब्द कहे थे, जिसके लिए वे खेद व्यक्त करते हैं।