आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुजरात की विसावदर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के प्रचार के दौरान खड़िया गांव में आयोजित जनसभा में भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा के तीन दशक के शासन ने गुजरात को विकास की दौड़ में पिछड़ने पर मजबूर कर दिया है।
बिजली, सड़क, रोजगार सभी मोर्चों पर असफलता का आरोप
केजरीवाल ने कहा कि गुजरात में न तो बिजली की स्थायी आपूर्ति है, न ही सड़कें बेहतर हैं और न ही युवाओं के लिए रोजगार के अवसर। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में हर घंटे बिजली गुल हो रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब वे कालसारी गांव गए थे, उस समय भी बिजली नहीं थी।
राजकोट-जूनागढ़ की सड़क की बदहाली पर सवाल
उन्होंने हाल ही में हुए एयर इंडिया विमान हादसे में मृतकों को श्रद्धांजलि देने के बाद बताया कि राजकोट से जूनागढ़ की दूरी मात्र 125 किलोमीटर है, लेकिन खराब सड़कों के कारण उन्हें यह दूरी तय करने में साढ़े तीन घंटे लग गए। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बना रही है, जबकि गुजरात अब भी बुनियादी सड़कों के लिए तरस रहा है।
“पेपर लीक और बेरोजगारी से जूझ रहा है गुजरात”
केजरीवाल ने कहा कि राज्य में सरकारी भर्ती परीक्षाओं के पेपर लगातार लीक हो रहे हैं, जिससे युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है। किसानों को न बिजली मिल रही है, न पानी और न ही फसलों के उचित दाम।
“गुजरात को 50 साल पीछे ले गई भाजपा”
उन्होंने अन्य देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि सिंगापुर ने 30 वर्षों में दुनिया में अपनी पहचान बनाई और जापान ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद भी विकास की नई ऊंचाइयां छुईं। लेकिन गुजरात 30 साल बाद भी मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहा है।
20 वर्षों से विसावदर में भाजपा को नकार रही जनता
केजरीवाल ने बताया कि विसावदर क्षेत्र की जनता बीते 20 वर्षों से भाजपा को नकारती आ रही है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि जनता द्वारा चुने गए विपक्षी विधायकों को खरीदकर अपनी पार्टी में शामिल करवाने का प्रयास किया गया। उन्होंने इसे लोकतंत्र और जनता के विश्वास के साथ धोखा करार दिया।
गोपाल इटालिया को बताया ईमानदारी का प्रतीक
अपने संबोधन में उन्होंने आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी गोपाल इटालिया की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे एक साधारण परिवार से आते हैं और पहले गुजरात पुलिस में कार्यरत थे। समाज सेवा के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी, जिससे उनकी ईमानदारी का प्रमाण मिलता है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने करोड़ों रुपये का लालच दिया, लेकिन गोपाल इटालिया अपने सिद्धांतों से नहीं डिगे।