ओडिशा आना था ज़रूरी, इसलिए ट्रंप का न्यौता ठुकराया: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को ओडिशा के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान राजधानी भुवनेश्वर में उनका भव्य रोड शो हुआ, जहां जनसमूह ने उनका उत्साहपूर्वक स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने ओडिशा सरकार के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता की और 18,600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली अनेक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

विकास की नई सौगात

इन परियोजनाओं में पेयजल आपूर्ति, सिंचाई सुविधाएं, कृषि और स्वास्थ्य अवसंरचना, ग्रामीण सड़कों व पुलों का निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्गों के खंड और एक नई रेलवे लाइन शामिल हैं। बौध जिले को पहली बार राष्ट्रीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ते हुए प्रधानमंत्री ने नई ट्रेन सेवाओं को भी हरी झंडी दिखाई।

‘ओडिशा विजन 2036’ दस्तावेज किया जारी

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने ‘ओडिशा विजन 2036’ दस्तावेज भी जारी किया, जो राज्य के भाषाई आधार पर गठन के 100 वर्ष और देश की स्वतंत्रता के 100 वर्ष (2047) के उपलक्ष्य में तैयार किया गया है। उन्होंने राज्य की प्रेरणादायी महिलाओं को सम्मानित किया और अन्य कई पहलों में भाग लिया।

सीआरयूटी की 100 इलेक्ट्रिक बसों को दिखाई हरी झंडी

राजधानी भुवनेश्वर में प्रधानमंत्री ने सीआरयूटी (Capital Region Urban Transport) के तहत संचालित 100 इलेक्ट्रिक बसों को रवाना किया, जिससे हरित परिवहन को बढ़ावा मिलेगा।

भुवनेश्वर की जनसभा में बोले पीएम: ओडिशा की जनता को सुशासन की वर्षगांठ की बधाई

भुवनेश्वर में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “20 जून का दिन विशेष है। यह सिर्फ सरकार की वर्षगांठ नहीं, बल्कि जनसेवा और जनविश्वास की वर्षगांठ है। मैं मुख्यमंत्री मोहन माझी और उनकी टीम को बधाई देता हूं। यह एक वर्ष सुशासन के लिए समर्पित रहा है।”

“ओडिशा भारत की विरासत का गौरव है”

प्रधानमंत्री ने कहा, “ओडिशा केवल एक राज्य नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और सभ्यता की धरोहर है। जब देश विकास और विरासत के मंत्र पर आगे बढ़ रहा है, तब ओडिशा की भूमिका और भी अहम हो गई है। बीते एक वर्ष में राज्य ने इन दोनों आयामों को सशक्त रूप से अपनाया है।”

विदेश दौरे का उल्लेख और राष्ट्रपति ट्रंप का निमंत्रण

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही की विदेश यात्रा का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि, “G7 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वाशिंगटन आने का निमंत्रण दिया था, लेकिन मैंने महाप्रभु की पवित्र भूमि पर आने को प्राथमिकता दी।” उन्होंने कहा कि यह निर्णय ओडिशा और जगन्नाथ जी के प्रति उनकी आस्था को दर्शाता है।

“देश ने भाजपा के सुशासन मॉडल को अपनाया”

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस शासन में प्रशासनिक ढिलाई, भ्रष्टाचार और विकास परियोजनाओं में विलंब आम बात थी। इसके विपरीत भाजपा शासन ने विकास और पारदर्शिता का नया उदाहरण पेश किया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में भाजपा ने कई राज्यों में सामाजिक और आर्थिक बदलाव की मजबूत आधारशिला रखी है।

“भगवान जगन्नाथ जी के आशीर्वाद से खुले श्री मंदिर के द्वार”

समापन में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि जब ओडिशा में भाजपा सरकार एक वर्ष पूरा कर रही है, उसी समय भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की तैयारियां हो रही हैं। उन्होंने बताया कि सरकार बनते ही श्रीमंदिर के सभी द्वार खोले गए और रत्नभंडार भी श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोला गया। यह करोड़ों भक्तों की आस्था के सम्मान का प्रतीक है।

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