कुवैत के मंगफ शहर में 12 जून को भीषण आग लगने से 46 भारतीयों सहित 50 लोगों की मौत के मामले में भारत के तीन, मिस्र के चार और कुवैत के एक नागरिक को हिरासत में लिया गया है।
दैनिक अरब टाइम्स ने उनके नाम की पहचान किए बिना रिपोर्ट प्रकाशित की है। इन सभी को दो सप्ताह के लिए हिरासत में लेने का आदेश दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार इन पर हत्या और लापरवाही का आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के आदेश पर पीड़ित परिवारों को 15,000 अमेरिकी डॉलर (12.5 लाख रुपये) की मुआवजा राशि मिलेगी।
सरकारी सूत्रों का हवाला देते हुए अखबार ने कहा कि मुआवजे के भुगतान की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। संबंधित दूतावास यह सुनिश्चित करेंगे कि आग से प्रभावित लोगों के परिवारों को धनराशि वितरित प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि सहायता पीड़ित परिवारों तक तुरंत और कुशलता से पहुंचे।
सीएम विजयन ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज को खाड़ी देश में आग की घटना के बाद राहत प्रयासों का समन्वय करने के लिए कुवैत की यात्रा करने की राजनीतिक मंजूरी नहीं देने का मुद्दा उठाया।
मुख्यमंत्री ने 15 जून को पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में दावा किया है कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को यात्रा की मंजूरी न देना ‘सहकारी संघवाद के सिद्धांतों के खिलाफ है’। उन्होंने पीएम से अनुरोध किया है कि वह विदेश मंत्रालय को सलाह दें कि भविष्य में वह ऐसे अनुरोधों के प्रति ‘अधिक संवेदनशील’ रहे।
उन्होंने कहा, अग्निकांड के बाद कुवैत में उनकी उपस्थिति से केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री, अधिकारियों की टीम और दूतावास के साथ संपर्क और समन्वय बनाने में काफी मदद मिलती। इससे इस त्रासदी में प्रभावित परिवारों को मानसिक राहत और आत्मविश्वास मिल सकता था। इसबीच, बुधवार को केरल विधानसभा ने कुवैत अग्निकांड में मारे गए लोगों के परिजन के प्रति संवेदना व्यक्त की। इसमें करीब 50 लोग मारे गए थे जिनमें 24 केरल के थे।