कोलकाता से एक भयावह घटना सामने आई है, जिसमें एक लॉ कॉलेज की छात्रा पर गैंगरेप करने का आरोप लगा है। इसके मुख्य आरोपी तृणमूल कांग्रेस से जुड़े छात्र नेता मनोजीत मिश्रा हैं, जिन्हें छात्रा को पद के लालच में मिलने के लिए बुलाने और फिर साजिश के तहत सामूहिक बलात्कार के लिए दोषी ठहराया गया है।
पुलिस और छात्रा की शिकायत के अनुसार, मनोजीत मिश्रा ने कॉलेज में उसे न्यायमूर्ति (जीएस) का पद दिलाने का झांसा देकर यूनियन रूम में बुलाया। वहां उसने जब शादी का प्रस्ताव दिया और उसे अस्वीकार कर दिया गया, तो उसने प्रतिक्रिया स्वरूप उसे कॉलेज के मुख्य द्वार तक पहुंचने से रोकने का निर्णय लिया।
छात्रा बताती हैं कि अंतरिम कर्मचारी के रूप में कार्यरत छात्र नेता द्वारा कालेज का मेन गेट बंद करवाने के बाद उन्हें सुरक्षा गार्ड के कमरे में ले जाया गया। वहाँ बंदगी में तीनों आरोपियों—मनोजीत मिश्रा और उसके दो साथी—ने लगभग तीन घंटे तक सामूहिक बलात्कार की वारदात को अंजाम दिया। इस दौरान आरोपी खून-की-खुद सोच के बीच धमकियों का भी सहारा लेते रहे।
छात्रा पुलिस में दर्ज शिकायत में बताती हैं कि उसने बार-बार माफी मांगते हुए और पांव छूते हुए भी उनके हृदय को कमजोर नहीं कर सकी। आरोपियों ने घटना के पश्चात उसे चुप रहने की धमकी भी दी। किस कदर भयावह था, इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह वृत्तांत लगभग शाम 7:30 बजे शुरू होकर 11:00 बजे तक जारी रहा।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले की जांच अभी जारी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अब उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।