भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने अपने ही छात्र संगठन स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) को कड़ी आलोचना दी है। भाकपा ने कहा कि अगर एसएफआई ने अपने काम करने के तरीके नहीं सुधारे तो वे वामदल के लिए बोझ बन जाएंगे। केरल में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सहयोगी दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने छात्र संगठन स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की कड़ी आलोचना की है। भाकपा ने कहा है कि अगर एसएफआई ने अपने काम करने के तरीके नहीं सुधारे तो वे वामदल के लिए बोझ बन जाएंगे।

भाकपा के राज्य सचिव बिनॉय विश्वम ने दी चेतावनी
भाकपा के राज्य सचिव बिनॉय विश्वम एसएफआई की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि भाकपा की छात्र शाखा एसएफआई के तरीके वाम छात्र आंदोलन के तरीके नहीं हैं। विश्वम ने कहा, ‘एसएफआई कार्यकर्ताओं को छात्र आंदोलन के इतिहास के बारे में पढ़ना चाहिए। उन्हें अपने उत्थान के बारे में पता नहीं है। वे किसके पक्ष में खड़े हैं, इसका भी ज्ञान नहीं है। नया एसएफआई नहीं जानता कि वाम मोर्चा शब्द का अर्थ क्या है। वे अपनी राजनीतिक विचारधारा की गहराई को नहीं जानते हैं।’

‘एसएफआई कार्यकर्ता वाम मोर्चे के दायित्वों को नहीं जानते’
बिनॉय विश्वम ने कहा कि एसएफआई कार्यकर्ता वाम मोर्चे के दायित्वों के बारे में भी नहीं जानते हैं। विश्वम ने इस बात पर जोर दिया कि एसएफआई के कार्यकर्ताओं को यह सब सिखाया जाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर एसएफआई कार्यकर्ताओं को नहीं सिखाया गया तो यह वाम मोर्चे के लिए एक बोझ बन जाएगा और ऐसा नहीं होना चाहिए।

बिनॉय विश्वम ने एसएफआई को दी चेतावनी
विश्वम एसएफआई की हाल की उन गतिविधियों के बारे में बोल रहे थे, जो सुर्खियों में रहीं थीं। कुछ समय पहले एसएफआई कार्यकर्ताओं ने एक महाविद्यालय के प्रधानाचार्य को कथित तौर पर थप्पड़ मारा था। इसके अलावा केरल विश्वविद्यालय परिसर में केरल छात्र संघ (केएसयू) नेता की पिटाई भी की गई थी। विश्वम की ओर से यह कड़ी आलोचना मुख्यमंत्री पिनरई विजयन द्वारा राज्य विधानसभा में एसएफआई की गतिविधियों का बचाव करने के कुछ घंटों बाद आई हैं।