आषाढ़ मास की द्वितीया को होने वाले इस श्री जगन्नाथ रथ यात्रा के भव्य आयोजन में देश-विदेश से 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने के अनुमान है। वहीं श्री जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल होने के लिए देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भुवनेश्वर पहुंच चुकी हैं। इस ऐतिहासिक यात्रा की सुरक्षा के लिए पुलिस ने चौक-चौबंद व्यवस्था की है। वहीं भीड़ को नियंत्रित करने लिए एआई तकनीक का इस्तेमाल करने का फैसला लिया है।

AI लैसे कैमरे-ड्रोन रखेंगे नजर- ADG
एडीजी (कानून व्यवस्था) संजय कुमार के हवाले से कहा गया है कि पुलिस पहली बार एआई कैमरों और ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है। इससे भीड़ का पता लगाने, वाहन की गिनती करने और सही समय पर सही जानकारी प्राप्त करने की दिशा में मदद मिलेगी। इसके अलावा, रैपिड एक्शन फोर्स की तीन कंपनियां, सीआरपीएफ की दो कंपनियां और एसओजी ग्रुप की आठ प्लाटून हर कदम पर यात्रा के साथ होंगी।

मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने लगाई झाड़ू
उधर, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने उपमुख्यमंत्री केवी सिंह देव और प्रवती परिदा के साथ शनिवार को रथ यात्रा की शुरुआत से पहले पुरी में स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया। सोशल मीडिया में इसकी तस्वीरें साझा करते हुए सीएम माझी ने कहा, पवित्र रथ यात्रा से पहले पुरी लाडा दंड में आयोजित स्वच्छ भारत अभियान में शामिल होकर मैं खुद को धन्य महसूस कर रहा हूं। कल (रविवार को) भगवान श्रीजगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा बड़दाना के रत्नजटित सिंहासन से निकलकर बड़दांड में लाखों भक्तों को सीधे दर्शन देंगे।

धर्मेंद्र प्रधान ने जगन्नाथ मंदिर में की पूजा-अर्चना
केंद्रीय शिश्रा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को ओडिशा के अंगुल जिले में भगवान जगन्नाथ के मंदिर में पूजा-अर्चना की। मंदिर परिसर में पुजारी से आशीर्वाद लेने के दौरान केंद्रीय मंत्री के साथ उनकी पत्नी भी मौजूद थी।

श्री जगन्नाथ रथ यात्रा का संचालन
श्री जगन्नाथ रथ यात्रा में सबसे आगे ताल ध्वज पर श्री बलराम जी चलते हैं, बलराम जी के पीछे पद्म ध्वज रथ पर देवी सुभद्रा और सुदर्शन चक्र होते हैं और अंत में गरुण ध्वज पर भगवान श्री जगन्नाथ जी सबसे पीछे चलते हैं।