पुरी (ओडिशा): भगवान जगन्नाथ की विश्वविख्यात रथ यात्रा के दौरान शुक्रवार को एक गंभीर हादसा हो गया। भारी भीड़ के कारण पुरी के श्री नहर (राजा के महल) के पास भगदड़ मच गई, जिसमें 40 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए। राहत की बात यह रही कि कोई जानहानि नहीं हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, भगदड़ इतनी तीव्र थी कि कई श्रद्धालु बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े। उन्हें तत्काल पुरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
‘पहाड़ी’ उत्सव के दौरान भीड़ बेकाबू
जानकारी के अनुसार, यह घटना गजपति महाराज दिव्यसिंहदेव के महल के समीप उस समय हुई, जब ‘पहाड़ी’ अनुष्ठान में शामिल होने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु वहां इकट्ठा हुए थे। प्रशासन को भीड़ नियंत्रण में करने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। इसी बीच कुछ देर के लिए हालात बिगड़े और अफरातफरी के बीच भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
प्रशासन ने संभाली स्थिति
जिला प्रशासन और पुलिस बल की त्वरित कार्रवाई से हालात पर जल्द काबू पा लिया गया और बड़े हादसे को टाल दिया गया। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, घायलों की देखभाल के लिए सभी जरूरी चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं।
पिछले साल भी हुआ था ऐसा हादसा
गौरतलब है कि वर्ष 2024 में भी रथ यात्रा के दौरान ऐसी ही भगदड़ की खबर सामने आई थी, जिसमें एक श्रद्धालु की मृत्यु हो गई थी। भीड़ के अत्यधिक दबाव और दम घुटने से वह हादसा हुआ था। इस बार प्रशासन ने अतिरिक्त इंतजाम किए थे, बावजूद इसके भीड़ का दबाव इतना था कि भगदड़ फिर से हो गई।
रस्सी छूने की होड़ में बिगड़े हालात
हादसे के समय भगवान बलभद्र का रथ गुंडिचा मंदिर की ओर ले जाया जा रहा था, और हजारों श्रद्धालु रथ की रस्सी को छूने के लिए उमड़ पड़े। भारी भीड़ के कारण कई लोगों को सांस लेने में परेशानी हुई और कुछ धक्का-मुक्की के चलते जमीन पर गिर पड़े।