कांग्रेस सांसद शशि थरूर और पार्टी के बीच मतभेद की खबरों के बीच यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह कांग्रेस छोड़ सकते हैं। इसी क्रम में मंगलवार को थरूर ने स्पष्ट किया कि हाल ही में प्रकाशित उनका लेख भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का कोई संकेत नहीं है, बल्कि यह भारत की एकता, हित और राष्ट्रीय भावना के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाने वाला प्रयास है।
दरअसल, थरूर ने एक अंग्रेजी दैनिक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की वैश्विक पहुंच को लेकर लेख लिखा था, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीतिक सक्रियता, ऊर्जा और संवाद की क्षमता की सराहना की थी। उन्होंने कहा कि मोदी का वैश्विक मंच पर प्रदर्शन भारत के लिए एक उपयोगी पूंजी है, जिसे अधिक सहयोग और समर्थन की आवश्यकता है। इसे लेकर माना गया कि कांग्रेस पार्टी उनके बयान से असहज हो सकती है।
थरूर ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा, “यह लेख भाजपा में शामिल होने का संकेत नहीं है, जैसा कि कुछ लोग कह रहे हैं। यह देशहित में एकजुटता और भारत के साथ खड़े होने की भावना का बयान है। मैं संयुक्त राष्ट्र में 25 वर्षों की सेवा के बाद भारत की सेवा करने के उद्देश्य से लौटा हूं और इसका गर्व है।”
उन्होंने बताया कि यह लेख विशेष रूप से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर केंद्रित था, जिसने आतंकवाद के विरुद्ध भारत के सशक्त रुख को दुनिया के सामने रखा और राजनीतिक दलों की सामूहिक एकता को उजागर किया।
थरूर ने कहा, “मैंने लेख में यह बताया कि प्रधानमंत्री ने अपने बहुआयामी व्यक्तित्व और ऊर्जावान कूटनीति के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ संवाद को मजबूत किया है। उन्होंने अपने पूर्ववर्तियों की तुलना में अधिक देशों की यात्रा कर भारत का संदेश व्यापक स्तर पर पहुँचाया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि चाहे वह आतंकवाद के खिलाफ संदेश हो या किसी अन्य मुद्दे पर, जब देशहित की बात हो, तो ऐसे प्रयासों का समर्थन आवश्यक है।