तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा 6 जुलाई को अपना जन्मदिन मनाने जा रहे हैं, लेकिन इस बार उनका जन्मदिन एक अहम अंतरराष्ट्रीय बहस के केंद्र में है। कयास लगाए जा रहे हैं कि वे अपने उत्तराधिकारी को लेकर कोई महत्वपूर्ण घोषणा कर सकते हैं। ऐसे में भारत, चीन और तिब्बती समुदाय के बीच इस विषय पर तीखी बयानबाज़ी शुरू हो गई है।
दलाई लामा के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर बुधवार को जारी एक पोस्ट में स्पष्ट किया गया कि उत्तराधिकारी की मान्यता केवल गादेन फोडरंग ट्रस्ट के माध्यम से होगी। ट्रस्ट ने यह भी कहा कि इस प्रक्रिया में किसी भी सरकार या संस्था को हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है।
भारत का समर्थन, चीन की आपत्ति
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इस विषय पर टिप्पणी करते हुए कहा कि तिब्बती समुदाय चाहता है कि दलाई लामा स्वयं अपने उत्तराधिकारी का चयन करें। उन्होंने इसे धार्मिक स्वतंत्रता और आत्मनिर्णय के अधिकार से जोड़ा।
हालांकि चीन ने इस बयान पर सख्त ऐतराज जताया है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने भारत को चेतावनी देते हुए कहा कि उसे अपने शब्दों का चयन सावधानी से करना चाहिए और चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
तिब्बती समुदाय की तीखी प्रतिक्रिया
चीनी बयान के खिलाफ तिब्बती समुदाय ने भी खुलकर प्रतिक्रिया दी है। तिब्बती संसद की सदस्य ल्हाग्यारी नामग्याल डोलकर ने कहा कि यह चीन की ओर से तिब्बती धार्मिक अधिकारों पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि चीन वर्षों से तिब्बती परंपराओं को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन बौद्ध अनुयायी किसी थोपे गए उत्तराधिकारी को स्वीकार नहीं करेंगे।
डोलकर ने यह भी कहा कि दलाई लामा पूरी तरह स्वस्थ हैं और स्वयं ही उत्तराधिकारी चुनने के लिए तैयार हैं। उन्होंने इसे धार्मिक आस्था से जुड़ा मामला बताया और कहा कि चीन द्वारा किसी को भी नियुक्त कर देने से वह वैध उत्तराधिकारी नहीं बन सकता।
दलाई लामा कार्यालय का बयान
दलाई लामा के दिल्ली कार्यालय के सचिव ने भी चीन की आलोचना करते हुए कहा कि 14वें दलाई लामा की मान्यता में भी चीन की कोई भूमिका नहीं थी। उन्होंने कहा कि चीन केवल ब्रिटिश भारत से वीजा लेकर उनके राज्याभिषेक समारोह में शामिल होना चाहता था, लेकिन ऐतिहासिक रूप से उसकी भागीदारी शून्य रही।
सचिव ने आरोप लगाया कि चीन अब तिब्बती धार्मिक प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है, जिसे सफल नहीं होने दिया जाएगा।