22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। पाकिस्तान का कहना है कि भारत कभी भी उस पर बड़ा सैन्य हमला कर सकता है, जिसके चलते वहां हाई अलर्ट जारी है। उधर भारत भी संभावित खतरे को देखते हुए चौकन्ना हो गया है और हर स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
गृह मंत्रालय ने 244 जिलों में मॉक ड्रिल का आदेश दिया
देश की सुरक्षा तैयारियों को परखने के लिए गृह मंत्रालय ने 7 मई को देश के 244 जिलों में एक साथ मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है। इस संदर्भ में आज सुबह 10:45 बजे गृह सचिव ने एक अहम बैठक भी बुलाई। मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को जारी पत्र में कहा है कि नागरिक सुरक्षा को लेकर व्यापक अभ्यास किए जाएंगे।
ड्रिल में ये अभ्यास होंगे शामिल
मॉक ड्रिल के तहत हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन का परीक्षण, नागरिकों को आपात स्थिति में सुरक्षा उपायों की जानकारी देना, बंकरों और खाइयों की सफाई, ब्लैकआउट की तैयारी, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा योजनाओं को अद्यतन करना और उनका पूर्वाभ्यास शामिल हैं। साथ ही वायुसेना से हॉटलाइन और रेडियो संचार व्यवस्था, नियंत्रण कक्षों की कार्यक्षमता भी जांची जाएगी।
गांव तक पहुंचेगा सुरक्षा अभ्यास
यह मॉक ड्रिल केवल शहरों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसे गांव स्तर तक पहुंचाने की योजना है। इसका उद्देश्य देशभर में नागरिक सुरक्षा तंत्र की वास्तविक स्थिति का मूल्यांकन करना और जरूरत के अनुसार उसमें सुधार लाना है। ड्रिल में जिला प्रशासन, नागरिक सुरक्षा वार्डन, स्वयंसेवक, होमगार्ड, एनसीसी, एनएसएस, एनवाईकेएस, कॉलेज और स्कूलों के छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है।
भारत का सख्त रुख, आतंकियों को सजा देने का संकल्प
इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार उच्च स्तरीय बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने हमले के साजिशकर्ताओं को कड़ी सजा देने का संकल्प जताते हुए कहा कि भारत उन्हें दुनिया के किसी भी कोने में ढूंढ़ निकालेगा और ऐसा दंड देगा जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी।