अरविंदर सिंह लवली के कांग्रेस छोड़ने के दूसरे ही दिन एक और कांग्रेस नेता ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है। कांग्रेस की नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर और तेज तर्रार प्रवक्ता रहीं राधिका खेड़ा ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अपना इस्तीफा सौंपा। खरगे को लिखे पत्र में खेड़ा ने कहा कि उन्होंने अयोध्या में भगवान राम का दर्शन किया था। पार्टी के नेता इससे खफा हो गए और पार्टी नेताओं ने मेरा कड़ा विरोध किया। कोई मेरा साथ नहीं दे रहा है। इसीलिए वे कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हैं। 

आज भगवान राम का नाम लेने वालों का विरोध किया जा रहा 
राधिका खेड़ा ने अपने पत्र में कहा है कि आदिकाल से ही धर्म का साथ देने वालों का विरोध होता रहा है। आज भी यह जारी है। रावण और कंस तक इसके उदाहरण हैं कि किस तरह उन्होंने भगवान का साथ देने वालों का विरोध किया। उसी तरह आज भगवान राम का नाम लेने वालों का विरोध किया जा रहा है। उन्होंने लिखा कि हर हिंदू के लिए प्रभु राम की जन्मस्थली की पवित्रता बहुत मायने रखती है और रामलला का दर्शन करना हर सनातनी अपना सौभाग्य मानता है। लेकिन कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं।     

घटना के बारे में शीर्ष नेताओं को कई बार अवगत कराया
उन्होंने अपने इस्तीफा पत्र में लिखा कि जब उन्होंने राम मंदिर के दर्शन किए तो इसका कांग्रेस के अंदर इतना विरोध किया गया कि कोई उनका साथ देने को तैयार नहीं हुआ। छत्तीसगढ़ कांग्रेस कार्यालय में उनके साथ हुए अभद्र व्यवहार के बाद भी उन्हें न्याय नहीं मिल सका। उन्होंने लिखा है कि उन्होंने अपने साथ घटी घटना के बारे में पार्टी के शीर्ष नेताओं को कई बार अवगत कराया। बावजूद इसके इंसाफ नहीं हुआ। उन्होंने प्रियंका गांधी की 'टैगलाइन लड़की हूं, लड़ सकती हूं' का हवाला देते हुए कहा कि वे अपने लिए लड़ेंगी और न्याय प्राप्त करेंगी।