बच्चे को बिना वैक्सीन लगे भी चिपक रहा लोहा

देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर अफवाहों का अंबार लग गया है। ऐसे में कुछ लोग वैक्सीन लगने के बाद शरीर में चुंबकीय शक्ति पैदा होने का दावा कर रहे हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी कुछ वीडियो वायरल हो रहे है। इनमें वैक्सीन को लेकर भ्रामक प्रचार किया जा रहा है। लेकिन उदयपुर के नरोत्तम गौड़ और उनके 11 साल के पोते यश ने वैक्सीनेशन को लेकर किए गए इन दावों की पोल खोल कर रख दी है।

बच्चे को कोई वैक्सीन नहीं लगी है, लेकिन उसके भीतर चुंबकीय शक्ति होने का दावा किया जा रहा है। इससे साफ है कि वैक्सीन की वजह से ऐसा नहीं हो रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि वैक्सीन को लेकर यह सिर्फ शरारती तत्वों की हरकतों से ज्यादा कुछ नहीं। इनका कहना है कि शरीर में फॉरेन बॉडी होने से ऐसा हो सकता है, लेकिन यह लाखों में कुछ लोगों में होती है। गर्मी में पसीने से चिपकना ही एक मात्र कारण है।

सोशल मीडिया पर वीडियो देख मैंने भी किया ट्राई
उदयपुर के धोली बावड़ी इलाके में रहने वाले नरोत्तम गौड ने बताया कि मैंने कोरोना वैक्सीन लगवा रखी थी। ऐसे में सोशल मीडिया पर वैक्सीन लगने के बाद शरीर में चुंबकीय शक्ति पैदा होने की खबरें चल रही थी। जिन्हें देख मैंने भी इसे अपने शरीर पर आजमाने का फैसला किया। इसके बाद मैंने घर में रखे सिक्के और चम्मच शरीर पर रखे, जो चिपक गए। जिन्हें देख में अचरज में पड़ गया। मुझे यकीन नहीं हुआ कि ऐसा कोरोना वैक्सीन की वजह से हुआ है।

पोते का सहारा लेकर दादा ने खोली अफवाहों की पोल
ऐसे में अपनी मन की शंका को दूर करने के लिए नरोत्तम ने अपने 11 साल के पोते यश का सहारा लिया। उन्होंने अपने पोते के शरीर पर धातुओं को चिपकाने का प्रयोग शुरू किया। इसके कुछ ही देर बाद यश के शरीर पर भी सिक्के और चम्मच चिपकने लगे। जिसे देख नरोत्तम के परिजन भी हैरान हो गए, क्योंकि यश को अब तक कोरोना वैक्सीन नहीं लगी थी।

ऐसे में बिना वैक्सीन के भी शरीर पर चुंबकीय प्रभाव देख परिजन हैरान भी हो गए और परेशान भी। इसके बाद नरोत्तम ने कहा कि यह कमाल वैक्सीन का नहीं बल्कि हमारे शरीर की किसी कोशिका या फिर खानपान का है, जिसको लेकर देशभर में जो अफवाह है चल रही है। वह पूरी तरह गलत और भ्रामक है। जबकि, कोरोना से लड़ने के लिए सिर्फ वैक्सीन ही एकमात्र उपाय है। 11 साल की उम्र के यश ने बताया कि दादाजी के कहने के बाद मैंने भी अपने शरीर पर इसे ट्राई किया। इसके बाद मेरे शरीर पर सिक्के, चम्मच और धातु चिपकने लगे।

वैक्सीन ही एकमात्र उपाय
वैक्सीनेशन के बाद चुंबकीय प्रभाव को लेकर वायरल वीडियो पर उदयपुर के एमबी अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक रमेश जोशी ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इस तरह की बातें पूरी तरह गलत और निरर्थक हैं। देश की नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कोरोना वैक्सीन ही संक्रमण से बचाने का एकमात्र उपाय है। इससे किसी तरह की चुंबकीय शक्ति पैदा नहीं हो रही है। सिर्फ कुछ लोगों द्वारा वैक्सीन के प्रति भ्रामक प्रचार किया जा रहा है, जो निराधार और पूरी तरह गलत है। इनका कहना है कि शरीर में फॉरेन बॉडी होने से ऐसा हो सकता है, लेकिन यह लाखों में कुछ लोगों में होती है। गर्मी में पसीने से चिपकना ही एक मात्र कारण है।

फॉरेन बॉडी का ये है मतलब
लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉक्टर दिनेश जिंदल ने बताया कि लोहे की कील और बोल्ट निगल जाना या शरीर मे फ्रैक्चर के बाद रोड लगाना फॉरेन बॉडी कैटेगरी में आता है। जिसमें शरीर के अंदर मेटल मौजूद होता है। इस केस में ऐसा होना संभव है।

अफवाहों पर 11 साल के यश ने लगाया विराम।

अफवाहों पर 11 साल के यश ने लगाया विराम।

देश भर में तेजी से फैल रही अफवाह
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से देशभर में वैक्सीन के बाद शरीर में चुंबकीय गुण पैदा होने की बातें कही जा रही है। देश के महाराष्ट्र, राजस्थान और दिल्ली से कुछ ऐसे वीडियो भी वायरल हुए हैं। इनमें लोग वैक्सीन लगने के बाद शरीर पर लोहे और अन्य धातु की वस्तुएं चिपका कर बता रहे हैं। हालांकि डॉक्टर्स ने इन दावों को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि कोरोना वैक्सीन में किसी तरह का धातु नहीं है। ऐसे में वैक्सीन लगने के बाद चुंबकीय गुण आना संभव नहीं।

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