लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इजराइली सैनिकों ने दक्षिण लेबनान में उसके 15 नागरिकों की हत्या कर दी. इजराइल की तरफ से ये हमला उस समय किया गया जब ये लोग अपने घरों को लौटने की कोशिश कर रहे थे. इस हमले में कई लोग जख्मी भी हुए हैं. मंत्रालय ने बताया कि दक्षिण लेबनान में अपनी वापसी की समय सीमा बीत जाने के बाद भी इजराइली सैनिक रुके हुए है.
वहीं इजराइल का कहना है कि उसका इरादा अमेरिकी मध्यस्थता वाले युद्ध विराम में निर्धारित रविवार की समय सीमा से परे दक्षिण में सैनिकों को रखने का है, जिसने हिजबुल्लाह के साथ पिछले साल के युद्ध को रोक दिया था, और शनिवार को निवासियों को अगली सूचना तक वापस नहीं लौटने का आदेश दिया.
27 नवंबर, 2024 को हुआ था युद्ध विराम समझौता
युद्ध विराम समझौता जो 27 नवंबर, 2024 को हुआ था उसके अनुसार इजराइल को रविवार तक दक्षिणी लेबनान से सभी सैनिकों को वापस बुलाना होगा. समझौते में तय हुआ था कि इजराइली सेना को दक्षिण से हट जाना चाहिए क्योंकि 60 दिनों की अवधि के भीतर ईरान समर्थित हिजबुल्लाह के हथियारों और लड़ाकों को क्षेत्र से हटा दिया गया और लेबनानी सेना को तैनात कर दिया गया. हालांकि इजराइल ने कहा है कि लेबनानी राज्य द्वारा शर्तों को पूरी तरह से लागू नहीं किया गया है, जबकि लेबनान की अमेरिका समर्थित सेना ने शनिवार को इजराइल पर अपनी वापसी में देरी करने का आरोप लगाया.
इजराइली हमले में 3 लेबनानी नागरिकों की मौत
इस बीच हिजबुल्लाह के अल-मनार टेलीविजन में ऐसे कई फुटेज दिखाए गए हैं जिसमें इजराइली आदेशों की अवहेलना करते हुए लोग अपने गांवों और घरों की तरफ बढ़ते नजर आ रहे हैं. इस दौरान लोगों के हाथों में हिज्बुल्लाह का झंडा और युद्ध में मारे गए हिजबुल्लाह लड़ाकों की तस्वीरें पकड़ रखी थीं. लेबनानी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि होउला गांव में एक व्यक्ति की मौत हो गई, दूसरे की मौत एतारौन में हुई वहीं एक अन्य की मौत ब्लिडा में हुई. मंत्रालय का कहना है कि इजराइली सैनिकों ने उस समय इन लोगों पर हमला किया जब ये शहरों में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे, जहां अभी भी इजराइली सैनिक कब्जा किए हुए हैं.
‘इजराइल ने किया समझौते का उल्लंघन’
वहीं इस मामले को लेकर इजराइली सेना के प्रवक्ता ने हालात को खराब करने का आरोप लगाया. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए उन्होंने कहा ‘इजराइली सेना निकट भविष्य में उन्हें उन स्थानों के बारे में सूचित करेगी जहां वे लौट सकते हैं. इधर हिज़्बुल्लाह ने इजराइल की समय पर वापसी में विफलता को समझौते का उल्लंघन बताते हुए इजरायल की वापसी सुनिश्चित करने की ज़िम्मेदारी लेबनानी राज्य पर डाल दी है. हिजबुल्लाह विधायक हसन फदलल्लाह का कहना है कि हम अपनी जमीन पर हैं और दुश्मन वह है जो समझौते के खिलाफ हो गया और समझौते का उल्लंघन किया. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि राज्य अपनी भूमिका निभाए.