कांग्रेस को गोवा में 10 सीट मिलना भी मुश्किल: राउत

गोवा विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र गठबंधन के प्रयोग को दोहराने के अपने प्रस्ताव पर कांग्रेस द्वारा कोई जवाब नही मिलने से शिवसेना नाराज हो गई है। शिवसेना नेता संजय राउत ने गुरुवार को कहा कि गोवा की राजनीतिक स्थिति ऐसी है कि अगर कांग्रेस अपने दम पर तटीय राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ती है तो वह 10 सीटें भी नहीं जीत सकती है।

पता नहीं गोवा कांग्रेस क्या सोचकर अकेले लड़ रही है: राउत
गोवा में कांग्रेस के केवल तीन विधायक हैं। पार्टी के विधायकों ने इसे सामूहिक रूप से छोड़ दिया है। प्रमुख राजनीतिक दलें शिवसेना और एनसीपी ने कांग्रेस को उसके कठिन समय में समर्थन देने की पेशकश की थी। लेकिन मुझे नहीं पता कि कांग्रेस क्या सोच रही है। अगर वह अकेले चुनाव लड़ती है तो वह 10 का आंकड़ा भी पार नहीं कर सकती है।

राउत ने कहा कि हमने गोवा कांग्रेस प्रभारी दिनेश गुंडुराव, सीएलपी नेता दिगंबर कामत और गोवा कांग्रेस प्रमुख गिरीश चोडनकर के साथ एक दौर की चर्चा की थी और हमने एक प्रस्ताव रखा था कि कांग्रेस 40 विधानसभा सीटों में से 30 पर चुनाव लड़े और अपने सहयोगियों के लिए छोड़ दें।  राउत ने कहा कि 10 विधानसभा सीटें, जहां कांग्रेस ने पिछले 50 वर्षों में चुनाव नहीं जीता है, शिवसेना, एनसीपी और गोवा फॉरवर्ड पार्टी को आवंटित की जा सकती हैं।

राहुल गांधी गठबंधन के पक्षधर थे लेकिन स्थानीय कांग्रेस के विचार अलग
राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी गठबंधन के विचार के पक्षधर थे, लेकिन स्थानीय कांग्रेस नेतृत्व का दृष्टिकोण अलग है। राउत ने कहा कि शिवसेना गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल की उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए तैयार है, अगर वह विधानसभा चुनावों में राजनीतिक कदम उठाने का फैसला करते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here