धनबाद के जज उत्तम आनंद (Dhanbad Judge Uttam Anand) के मामले में सीबीआई (CBI) ने झारखंड उच्च न्यायालय (Jharkhand High Court) को बताया कि ऑटो ड्राइवर (Auto Driver) लखन वर्मा ने जानबूझकर जज को टक्कर मारी थी. सुनवाई के दौरान सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर ने कहा की सीबीआई हर एंगल पर जांच करेगी. जांच जारी है और कोई भी एंगल नही छोड़ा जाएगा. इसके बाद कोर्ट ने अगले सप्ताह प्रगति रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया.
बता दें कि 28 जुलाई को धनबाद में जिला जज उत्तम कुमार की हत्या कर दी गई थी. यह वारदात उस समय हुई जब वह सुबह मार्निंग वॉक के लिए निकले थे. तभी एक ऑटोरिक्शा वाले ने उन्हें कुचल दिया. पहले इस मामले को महज एक दुर्घटना माना जा रहा था, लेकिन सीसीटीवी फुटेज में सामने आया था कि एक ऑटोरिक्शा ने जानबूझ कर जज को टक्कर मारी थी.
ब्रेन मैपिंग और नार्को टेस्ट में आरोपी ने किया खुलासा
जज उत्तम आनंद की हत्या मामले में गिरफ्तार ऑटो चालक लखन वर्मा के सहयोगी राहुल वर्मा की गुजरात के गांधीनगर एफएसएल में ब्रेन मैपिंग शुरू हुई थी. लखन वर्मा जांच में ब्रेन मैपिंग और नार्को एनालिसिस हुई थी. आरोपियों को सीबीआई नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग के लिए गुजरात ले गई थी. वहीं, उनका ब्रेन मैपिंग और नार्को टेस्ट हुआ है. इस टेस्ट के दौरान ही ऑटो ड्राइवर ने सीबीआई के सामने यह खुलासा किया है. बता दें कि सीबीआई और पुलिस पहले से ही यह अंदेशा कर रहे थे कि ऑटो ड्राइवर ने जानबूझ कर धक्का मारी है. बता दें कि पूछताछ में खुलासा हुआ था कि ऑटो की भी चोरी की गई थी.
हाईकोर्ट ने जोनल डायरेक्टर को किया तलब
इससे पहले जज उत्तम आनंद की मौत के मामले की अब तक हुई जांच और कार्रवाई से हाईकोर्ट संतुष्ट नहीं था. अदालत ने 23 सितंबर को CBI के जोनल डायरेक्टर को कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया था. चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन और जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की अदालत ने मामले की सुनवाई के दौरान कहा था कि सीबीआई हर सप्ताह प्रगति रिपोर्ट दे रही है, लेकिन उसमें कुछ भी नया नहीं है. हर बार स्टीरियो टाइप रिपोर्ट दायर कर रही है. यह संतोषजनक नहीं है. जुडिशल ऑफिसर की हत्या हुई है. हमें रिजल्ट चाहिए.