महाकुंभ 2025 की तैयारियों के बीच किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कल्याणी नंद गिरि उर्फ छोटी मां पर बृहस्पतिवार रात एक जानलेवा हमला हुआ। इस हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गईं, जबकि उनके बचाव में आए तीन शिष्यों को भी चोटें आईं। हमलावरों ने धारदार हथियारों से वार किए, जिससे अखाड़े में हड़कंप मच गया। हमले के तुरंत बाद सभी घायलों को महाकुंभ नगर के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इससे पहले भी किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर हिमांगी सखी पर हमला हुआ था, जिससे यह मामला और अधिक संवेदनशील हो गया है।
कैसे हुआ हमला?
महामंडलेश्वर कल्याणी नंद गिरि पर यह हमला तब हुआ जब वह सेक्टर-16 स्थित किन्नर अखाड़े से निकलकर अपनी फार्च्यूनर कार से घर, सदियापुर जा रही थीं। रास्ते में संगम लोवर मार्ग पर कुछ लोगों ने आशीर्वाद लेने के बहाने उनकी कार रोकी। जैसे ही कार रुकी, पहले से घात लगाए हमलावरों ने धारदार हथियार से उन पर हमला कर दिया। उनके साथ मौजूद शिष्यों ने बचाव करने का प्रयास किया, लेकिन हमलावरों ने उन पर भी हमला कर दिया, जिससे तीन शिष्य घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही किन्नर अखाड़े में अफरा-तफरी मच गई। कई संत और अनुयायी घटनास्थल पर पहुंच गए और सभी घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
जगद्गुरु हिमांगी सखी ने लगाया था आरोप
अस्पताल में मौजूद वैष्णवीनंद गिरि ने बताया कि हमलावर पहले से ही रास्ते में घात लगाए हुए थे और जैसे ही महामंडलेश्वर की कार रुकी, उन्होंने हमला कर दिया। इससे पहले, 9 फरवरी को परी अखाड़े की जगद्गुरु हिमांगी सखी ने महामंडलेश्वर कल्याणी नंद गिरि, आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और कौशल्या नंद गिरि पर मारपीट करने का आरोप लगाया था। इस हमले को लेकर पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है और हमलावरों की तलाश जारी है। यह हमला महाकुंभ 2025 के आयोजन के दौरान सुरक्षा चिंताओं को भी बढ़ा रहा है। पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने के निर्देश दिए गए हैं।