इंडियन प्रीमियर लीग के फ्रेंचाइजी मालिकों ने विदेशी क्रिकेट लीग में भी कई टीमें खरीदी हैं. हाल ही में मुंबई इंडियंस के मालिक मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज और लखनऊ सुपर जायंट्स के मालिक संजीव गोयनका ने इंग्लैंड का टूर्नामेंट द हंड्रेड में दांव खेला है. अब इस लीग में सन नेटवर्क की भी एंट्री हो गई है, जो काव्या मारन के पिता कालनिधि मारन की कंपनी है. आईपीएल में खेलने वाली सनराइज हैदराबाद की टीम इसी ग्रुप की टीम है. अब द हंड्रेड में भी उनका जलवा देखने को मिलेगा.
काव्या मारन ने खरीदी नई टीम
सन ग्रुप ने नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स में हिस्सेदारी खरीदने के लिए सबसे ऊंची बोली लगाई है, जिसकी मेजबान काउंटी यॉर्कशर है. सन ग्रुप ने सुपरचार्जर्स की वैल्यूएशन 100% फ्रैंचाइज़ी के लिए £100 मिलियन (लगभग 1000 करोड़ रुपए) रखी थी, जिसके साथ उन्होंने दो अन्य इच्छुक पार्टियों को पीछे छोड़ दिया. यॉर्कशर और सन ग्रुप दोनों को अब हंड्रेड की बिक्री के अंत के आठ सप्ताह के भीतर समझौते को आखिरी रूप देना होगा.
बता दें, इंग्लैंड क्रिकेट बॉर्ड ने फिलहाल द हंड्रेड की टीमों की ज्यादा से ज्यादा 49% हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है. ऐसे में काव्या मारन को इस टीम में ज्यादा से ज्यादा 49% हिस्सेदारी ही मिलेगी, अगर उन्हें 49% हिस्सेदारी मिलती है तो उसके लिए उन्हें लगभग 500 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे.
सन ग्रुप के पोर्टफोलियो की तीसरी टीम
बता दें, काव्या मारन अभी तक दो टीमों को संभाल रहीं थीं. लेकिन अब सन ग्रुप के पोर्टफोलियो में तीसरी टीम जुड़ गई है. इससे पहले सन ग्रुप ने साल 2012 में सनराइजर्स हैदराबाद को खरीदा था. इस टीम ने अभी तक 1 बार आईपीएल का खिताब जीता है. वहीं, 2023 में साउथ अफ्रीका की टी20 लीग में सनराइजर्स ईस्टर्न केप को खरीदा था. SA20 से शुरुआती दोनों सीजन के खिताब इसी टीम ने जीते हैं. दूसरी ओर नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स ने द हंड्रेड में अभी तक एक भी खिताब नहीं जीता है. पिछले सीजन पुरुष या महिला प्रतियोगिता में दोनों टीमें चौथे स्थान पर रहीं थीं.