लाल किले हिंसा का मास्टरमाइंड पूर्व गैंगस्टर लक्खा सिंह सिधाना ने 23 फरवरी को बठिंडा में प्रदर्शन का ऐलान किया है। लक्खा सिधाना गणतंत्र दिवस हिंसा मामले में दीप सिंह सिद्धू के बाद सबसे बड़ा आरोपी है। दिल्ली पुलिस सिधाना पर एक लाख का इनाम घोषित कर चुकी है लेकिन वह अभी तक पुलिस के हाथ नहीं आया है।पंजाब के किसानों की ओर से बनाई गई कई जत्थेबंदियों की ‘तैयार कमेटी’ 23 फरवरी को महराज में रैली करेगी। बता दें कि महराज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का पैतृक गांव है। वीडियो में सिधाना ने कहा कि पंजाबी होने पर मान करो। अपनी मां बोली को अपनाओ। सिधाना ने कहा कि इस समय न दीप सिद्धू अहम है, न लक्खा सिधाना अहम है। केवल किसान आंदोलन अहम है। सिधाना ने कहा कि हम सात महीने से संघर्ष कर रहे हैं लेकिन 26 जनवरी के बाद ये आंदोलन पंजाब के हाथों से निकल गया है। अब वक्त है कि पंजाब इस आंदोलन को दोबारा अपने हाथों में ले। कहा जा रहा है कि पंजाब का युवा निराश हो गया है, लेकिन ऐसा नहीं है। उसने किसान नेताओं से कहा कि आपस में न लड़ें। सिधाना ने कहा कि 21 फरवरी को मां बोली दिवस पर अपनी जुबान को बचाएं। हर भाषा को सीखें लेकिन अपनी बोली को न भूलें। लक्खा ने कहा, “23 फरवरी को बड़ी संख्या में लाखों की संख्या में गिनती होनी चाहिए। बठिंडा जिले महराज पिंड में आओ उधर ही प्रदर्शन रखा गया है। आओ मेरे भाईयों बड़ी संख्या में कोशिश करें ताकि पता लगे कि हम किसान आंदोलन के साथ हैं।”लक्खा पर दिल्ली पुलिस ने देशद्रोह और डकैती जैसी संगीन धाराओं में नामजद किया है। लक्खा पंजाब का गैंगस्टर है जिसने भड़काऊ भाषण देकर लोगों को उकसाया था। वो अभी लगातार फेसबुक पर एक्टिव है और अपनी पोस्ट करता रहता है। पंजाब के भटिंडा में रहने वाला लाखा सिधाना अपराध की दुनिया का बड़ा नाम है। इसके ऊपर कई केस चल रहे हैं और पहले कई मामलों में गिरफ्तारी भी हो चुकी है। लाखा सिधाना का असली नाम लखबीर सिंह सिधाना है और वो कबड्डी का अच्छा खिलाड़ी था। लेकिन अपराध दुनिया मं पैर रखने के बाद उसने अपने नाम और शौक दोनों को छोड़ दिया। लाखा सिधाना अभी युवाओं को सरकार और सिस्टम के खिलाफ भड़काने का काम करता है। जानकारों के मुताबिक सिधाना चुनाव भी लड़ना चाहता है।