अब तक 26 शव बरामद, 171 लोग अभी भी लापता- DGP उत्तराखंड

उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर के फटने के बाद मची तबाही के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बयान जारी करते हुए कहा कि 8 फरवरी की रात 8 बजे तक 26 शव बरामद किए गए हैं. 171 लोग अभी भी लापता हैं, जिनमें से लगभग 35 लोग सुरंग में हैं, जहां बचाव अभियान अभी भी जारी है.

UP सीएम ने की एक उच्च स्तरीय बैठक, हेल्पलाइन नंबर जारी

यूपी सीएम ने उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की. इस दौरान एक टोल फ्री नंबर 1070 और व्हाट्सएप नंबर 9454441036 उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए स्थापित किया गया है. सीएम ने हरिद्वार में राज्य नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का भी आदेश दिया है. एके अवस्थी, अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह.

अब तक 26 शव बरामद, बचाव कार्य जारी- उत्तराखंड डीजीपी

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बयान जारी करते हुए कहा कि 8 फरवरी की रात 8 बजे तक 26 शव बरामद किए गए हैं. 171 लोग अभी भी लापता हैं, जिनमें से लगभग 35 लोग सुरंग में हैं, जहां बचाव अभियान अभी भी जारी है.

आपदा के बाद 24 शव किए गए बरामद- उत्तराखंड पुलिस

उत्तराखंड पुलिस ने चमोली में ग्लेशियर फटने की आपदा के बाद कहा है कि अब तक विभिन्न स्थानों से 24 लोगों के शव बरामद किए गए हैं.

90 मीटर का एक पुल था, जो बह गया है- ए. एस राठौड़ चीफ इंजीनियर शिवालिक बीआरओ

कल यहां 90 मीटर का एक पुल था जो बह गया है. जैसे ये आपदा हुई तुरंत BRO एक्शन में आ गया. हम दिन-रात मशीनों द्वारा कोशिश कर रहे हैं ताकि यहां यातायात सुचारू हो सके: ए.एस. राठौर, चीफ इंजीनियर, शिवालिक बीआरओ, रैणी गांव, जोशीमठ.

सीएम ने किया जोशीमठ का दौरा, कहा- NTPC को 1500 करोड़ से ज्यादा का हुआ नुकसान

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जोशीमठ इलाके का दौरा किया. उन्होंने बताया, “बचाव दल तपोवन सुरंग के 130 मीटर अंदर तक जा चुका है. अब और 50 मीटर अंदर तक पहुंचने में 2.5-3 घंटे लग सकते हैं. NTPC को 1,500 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.”

आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे सीएम

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए पहुंचे. वो आज यहां रात को रुकेंगे भी.

राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष से 20 करोड़ रुपए जारी

सीएमओ की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चमोली में ग्लेशियर के फटने के बाद आपदा राहत अभियान की समीक्षा बैठक की, राहत और बचाव कार्य के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष से 20 करोड़ रुपये जारी.

चीन बॉर्डर की तरफ जाने वाला रास्ता भी कटा, 12 गांवों से टूटा संपर्क

12 गांव से संपर्क टूटा, करीब 100 मीटर ऊपर तक पानी और कीचड़ थी. चीन बॉर्डर की तरफ जाने वाला रास्ता भी कटा .आइटीबीपी अलर्ट पर है और पुल बनाने का काम तेजी से जारी .गुम हुए अपनों की तलाश में रैणी गांव पहुंचे परिवार वाले. रैणी गांव हादसे के बाद हादसे में शिकार हुए लोगों के परिवार वाले अपनों की तलाश में पहुंच रहे हैं. आंसुओं का सैलाब उनकी आंखों से रुकने का नाम नहीं ले रहा . ऐसे ही अपने भाई की तलाश में एक शख्स पहुंचा. 5 दिन पहले ही देवेंद्र श्री गंगा प्रोजेक्ट में काम करने आया था. देवेंद्र का भाई इस उम्मीद में यहां इंतजार कर रहा है कि काश उसका भाई उसे सकुशल वापस मिल जाए.

12 लोगों का जोशीमठ के आईटीबीपी अस्पताल में चल रहा इलाज

तपोवन की सुरंग से रेस्क्यू किए गए 12 लोगों का जोशीमठ के आईटीबीपी अस्पताल में इलाज चल रहा है. इन लोगों ने रेस्क्यू से पहले और बाद के अनुभव साझा किए.

रैणी गांव में टेम्परेरी पुल बनाने की कोशिश जारी

रैणी गांव में टेम्परेरी पुल बनाने की कोशिश जारी, मलबा भी हटाया जा रहा. मलबे में और लोगो के दबे होने की आशंका. इस रास्ते चीन बॉर्डर जाने का रास्ता भी कटा हुआ है.

झारखंड सरकार ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर

झारखंड सरकार की तरफ से कहा गया है कि उत्तराखंड के चमोली ग्लेशियर आपदा से न घबराएं, अपनी समस्या साझा करें, सुरक्षित रहें. झारखंड सरकार की तरफ से सहायता के लिए वॉट्सएप नंबर भी जारी किए गए हैं. इसके साथ ही कंट्रोल रूम नंबर भी साझा किए गए हैं.

Jharkhand Govt Control Room Number

बचाव कार्य पूरी मुस्तैदी से हो रहा- रमेश पोखरियाल निशंक

केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि उत्तराखंड के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने से जो प्राकृतिक आपदा आई है, उसमें सभी एजेंसियों एवं प्रशासन द्वारा राहत तथा बचाव कार्य पूर्ण मुस्तैदी के साथ किए जा रहे हैं. प्रभावित स्थलों पर अधिकारी मौजूद हैं, सभी नागरिकों को पूर्ण सहायता के लिए आश्वस्त करता हूं तथा ईश्वर से सबकी कुशलता की कामना करता हूं

लता हेलीपैड से ITBP के जवान भेज रहे राहत सामग्री

लता हेलीपैड से ITBP के जवान राहत सामग्री लेकर धौली गंगा बाढ़ के कारण कटे हुए गांवों में भेजे जा रहे हैं.

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत आपदा प्रभावित क्षेत्र के दौरे पर

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि मैं देहरादून से प्रभावित क्षेत्रों में जा रहा हूं और रात्रि प्रवास करूंगा. राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चल रहे हैं और सरकार इसमें कोई भी कसर नहीं छोड़ रही है. केंद्र की हमें पूरी मदद मिल रही है. मेरा आप सभी से अनुरोध है कि इस हादसे को विकास के खिलाफ प्रोपेगेंडा का कारण ना बनाएं.

करीब 13 गांव इलाके से कटे, सेना पहुंचा रही मदद

उत्तराखंड में जोशीमठ में आईटीबीपी के एडीजी मनोज रावत ने कहा है कि ग्लेशियर फटने के दौरान रैणी गांव में पुल गिरने के बाद मलारी और घनसाली जैसे करीब 13 गांव इलाके से कट गए हैं. भारत-चीन सीमा के पास आईटीबीपी की भारी तैनाती है. हमने उन्हें अलर्ट किया है.

तपोपन सुरंग में पहुंची बचाव दल की संयुक्त टीम

आईटीबीपी, सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की संयुक्त टीम ने चमोली में तपोवन सुरंग में एंट्री कर ली है. ये टीम टनल को साफ करके राहत बचाव कार्य में लगी है.

तपोवन सुरंग का मुख्य द्वार ITBP के जवान कर रहे साफ

उत्तराखंड आपदा के बाद मलबे से बंद हुआ तपोवन सुरंग का मुख्य द्वार ITBP के जवान मशीनों के जरिए साफ कर रहे हैं.

Mi-17 और चिनूक हेलीकॉप्टरों को जोशीमठ भेजा गया

भारतीय वायुसेना के बयान के मुताबिक जोशीमठ के लिए देहरादून से बचाव और राहत दल के साथ Mi-17 और चिनूक हेलीकॉप्टरों को भेजा गया है. IAF टास्क फोर्स के कमांडर चल रहे HADR (मानवीय सहायता और आपदा राहत) प्रयासों के लिए राज्य के अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहे हैं.

टनल के अंदर एक गाड़ी, दो जेसीबी और एक क्रेन फंसे है

जोशीमठ के 220 मीटर अंदर टनल में एक कार ,2 जेसीबी मशीन और एक क्रेन फंसी है. बचाव दल को उम्मीद है कि सैलाब आने के समय शायद कुछ लोग टनल के अंदर उस गाड़ी में बचने के लिए बैठें हो और उनकी तादाद भी ज्यादा हो सकती है. इसीलिए टनल को जल्दी से उस छोर की तरफ मलवा हटाकर साफ किया जा रहा है ताकि अगर लोग उस गाड़ी में बैठें हों तो उन्हें बचाया जा सके.

युद्ध स्तर पर होगा काम: निशंक

ऊर्जा मंत्री आरके सिंह बोले – 34 लोगों को बचाना सबसे बड़ी चुनौतीइस वक्त हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती सुरंग में फंसे करीब 34 लोगों को बचाना हैं. अभी हम सुरंग के अंदर 70 मीटर तक गए हैं और करीब 180 मीटर तक और जाना है. किस तरह से हम सुरंग से मलबा निकाले इसके लिए पदाधिकारियों के साथ बातचीत की गई है: केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह, उत्तराखंड त्रासदी पर

शव दिखने पर प्रशासन को दें जानकारी, ये रहे हेल्पलाइन नंबर

उत्तराखंड सरकार ने शव दिखने पर प्रशासन को सूचना देने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. प्रशासन ने लोगों से अनुरोध किया है कि “जनपद रुद्रप्रयाग क्षेत्र के अंतर्गत दिखाई देने वाले शव (dead body) इत्यादि की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम 7579257572 या 013 64-233387 पर देने का कष्ट करें.”

टनल के अंदर गई थी एक गाड़ी, उसमें फंसा हुआ व्यक्ति हो सकता है सुरक्षित

राहत बचाव कार्य से जुड़े अधिकारियों को इस बात की उम्मीद है कि सुरंग के अंदर एक स्कॉर्पियो गाड़ी गई थी. उसके अंदर का व्यक्ति जिंदा हो सकता है. स्कॉर्पियो चारों तरीके से पैक होती है और ऐसे में बचने की उम्मीद की जा सकती है. यहां पर कल एक कांट्रेक्टर था जो अपनी गाड़ी लेकर उसी वक्त टनल के अंदर गया था, जैसे ही वह अंदर गया उसके बाद सैलाब आया और सब कुछ बहा ले गया, लेकिन वह अपनी गाड़ी के साथ अंदर ही फंस गया. टनल के अंदर उस गाड़ी तक भी पहुंचने की कोशिश की जा रही है.

अब तक 18 शव निकाले गए, 28 लोगों को सुरक्षित बचाया गया

उत्तराखंड के चमोली जिले में कल रविवार को धौलीगंगा, ऋषिगंगा और तपोवन क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा में आज दोपहर 12 बजे तक जिला प्रशासन चमोली द्वारा दी गई सूचना के मुताबिक अब तक 18 शव मलबे से निकाले जा चुके हैं और 202 लोग लापता बताए गए हैं.NDRF, ITBP, सेना और स्थानीय पुलिस की टीमों की मदद से मलबे में दबे हुए 28 लोगों को अब तक जीवित निकाला गया है, जिनमें छह घायलों को जोशीमठ के अस्पताल में भर्ती किया गया है. 15 से ज्यादा प्रभावित गांव में सेना के हेलीकॉप्टर से खाद्य सामग्री गिराई जा रही है और इन गांवों में रसद पहुंचाई जा रही है.

जिन गांवों से टूटा है संपर्क वहां हेलीकॉप्टर से पहुंचाएंगे मदद

आपदा मे सड़क औक पुल बह जाने के कारण नीति वैली के जिन 13 गांवों से संपर्क टूट गया है, उन गांवों में जिला प्रशासन चमोली द्वारा हेलीकॉप्टर के जरिए राशन, मेडिकल और रोजमर्रा की चीजें पहुंचाई जा रही हैं. डीएम ने कहा कि जब तक यहां पर वैकल्पिक व्यवस्था या पुल तैयार नहीं हो जाता, तब तक हेलीकॉप्टर से यहां पर रसद पहुंचाया जाएगा.

GSI के वैज्ञानिक करेंगे घटनास्थल की रैकी

भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) के डीजी ने बताया कि हमारा एक अधिकारी पहले से ही देहरादून में है. हम उन विशेषज्ञों की एक टीम का गठन करने की भी योजना बना रहे हैं जो इस साइट पर जाएंगे और एक फिजिकल रैकी करेंगे और उस डेटा का उपयोग करेंगे जो उपग्रह इमैजरीज के माध्यम से उपलब्ध है.

केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने आपदा प्रभावित क्षेत्र तपोवन का निरीक्षण किया है. इसके बाद उन्होंने कहा कि यहां पर फंसे लोगों को रेस्कयू करना हमारी प्राथमिकता है. निशंक ने कहा कि जो इलाका, गांव, क्षेत्र कट गए हैं उस पर भी युद्ध स्तर पर काम होगा.

देहरादून एयरपोर्ट पर लगातार जारी है विमानों की आवाजाही

देहरादून के एयरपोर्ट डायरेक्टर ने बताया है कि IAF के कई विमानों की आवाजाही हुई है. इनमें 2 हर्कुलस, 2 AN-32 और चार हेलीकॉप्टर की मूवमेंट कल से हुई है. NDRF की टीम और उनके उपकरणों की आवाजाही भी हुई है. सुबह से 3 Mi-17, 1 चिनूक और 1 एएलएच हेलीकॉप्टर ने उड़ानें भरी हैं.

भारतीय वायु सेना के विमान मदद मुहैया कराने के लिए लगातार भर रहे हैं उड़ान

भारतीय वायु सेना ने बताया है कि DRDO के 6 वैज्ञानिकों को उनके विशेष उपकरणों के साथ प्रभावित क्षेत्र तक पहुंचाने के लिए एक एएलएच हेलीकॉप्टर को काम सौंपा गया था. आगे क्या करना है उसको लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ बातचीत की जा रही है. उन्होंने बताया कि सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर 6 MI-17, 1 एएलएच और 1 चिनूक लगातार उड़ान भर रहे हैं. इनके जरिए देहरादून से जोशीमठ तक मदद मुहैया कराई जा रही है.

रेस्क्यू ऑपरेशन में और कितना समय लगेगा, ये बताना अभी मुश्किल: NDRF DG

NDRF के डीजी एस.एन प्रधान का कहना है कि वहा मुश्किल रास्ता होने के चलते पहुंचने में तकलीफें आ रही हैं. उन्होंने बताया कि सड़क मार्ग से केवल दो टीमें ही जोशीमठ तक पहुंचने का प्रबंधन कर सकती थीं, बाकी टीमों को एयरलिफ्ट किया गया था. ऐसे में ये अनुमान लगाना मुश्किल है कि कब तक बचाव कार्य चलेगा. हालांकि 24 से 48 घंटे तक इसके जारी रहने की आशंका है.

27 लोग बचाए गए, 11 के शव बरामद, अब भी लापता हैं 153 लोग- NDRF DG

NDRF के डीजी एस.एन प्रधान ने बताया है कि 2.5 किलोमीटर लंबू सुरंग में बचाव कार्य जारी है. समस्या मलबे के साथ है जो धीरे-धीरे साफ हो रहा है. उन्होंने बताया कि 27 लोगों को जिंदा बचा लिया गया है, वहीं 11 लोगों के शव बरामद हुए हैं. उन्होंने बताया है कि अब तक 153 लोगों के लापता होने की जानकारी है, इनमें से 40-50 लोग सुरंग के अंदर हो सकते हैं. बाकी लोगों के बह जाने की आशंका है.

घटनास्थल पर पहुंचे ITBP के ADG वेस्टर्न कमांड

तपोवन स्थित दूसरी सुरंग में बचाव कार्य जारी है. ITBP के ADG वेस्टर्न कमांड मनोज सिंह रावत भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं और बचाव कार्य का जायजा ले रहे हैं. दूसरी सुरंग में 35 लोगों के फंसे होने की आशंका है.

80 मीटर तक हुई सुरंग की सफाई, अब भी बाकी है 100 मीटर

ITBP के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं. अब तक सुरंग के भीतर से काफी मलवा निकाला जा चुका है. लगभग 80 मीटर तक सुरंग को साफ किया जा चुका है. माना जा रहा है कि अभी भी 100 मीटर तक मलवा निकाला जाना बाकी है. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.

बच्चों ने पीड़ितों के लिए की प्रार्थना

उत्तराखंड में जो हादसा हुआ उसके लिए देशभर के लोग दुआ मांग रहे हैं. जम्मू के एक स्कूल में छात्रों ने हाथों में प्लेकार्ड लेते हुए इस घटना से प्रभावित लोगों के लिए प्रार्थना की. एक छात्रा ने इस मौके पर कहा, “हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि जो भी लोग लापता हैं वो जल्द से जल्द अपने परिजनों से मिल सकें.”

178 लोगों को मिला था पास, 15 को बचा लिया गया

DIG गढ़वाल रेंज नीरू गर्ग ने बताया कि उन्हें जानकारी दी गई है कि घटनास्थल पर 178 लोगों को पास दिया गया था. इनमें से 15 को कल बचा लिया गया. दूसरी सुरंग में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. संभावना है कि यहां 35 लोग फंसे हो सकते हैं. हमारी प्राथमिकता उन्हें बचाने की है..

ISRO के वैज्ञानिकों की मदद से ढूंढा जाए ग्लेशियर के टूटने का कारण- त्रिवेंद्र सिंह रावत

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने मुख्य सचिव से कहा है कि ग्लेशियर टूटने के कारण का पता लगाने के लिए ISRO के वैज्ञानिकों की मदद ली जाए. उन्होंने कहा, “मैंने अपने मुख्य सचिव को बोला है कि यहां मौजूद ISRO के वैज्ञानिकों की मदद से ग्लेशियर टूटने के कारणों को ढूंढा जाए ताकि भविष्य में हम एहतियात बरत सके.”

अब तक बरामद हुए 11 शव, लापता हैं 203 लोग: त्रिवेंद्र सिंह रावत

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि तपोवन प्रोजेक्ट का काम चल रहा था, इसमें बड़ी संख्या में श्रमिक काम कर रहे थे. उन्होंने बताया कि अब तक 11 शव बरामद हुए हैं और 203 लोग लापता हैं. मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि हमें लगता है कि दूसरी सुरंग में 35 लोग फंसे हुए हैं.

दोपहर तक मिल सकती है कोई पॉजिटिव खबर: निशंक

केंद्री मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि परिस्थितियां काफी गंभीर थीं, लेकिन ITBP के जवानों ने पहली सुरंग से लोगों को निकाल लिया और अब वो दूसरी सुरंग पर काम कर रहे हैं, जो कि लगभग 3 किलोमीटर लंबी है. NDRF और सेना भी इस पर काम कर रही है. दोपहर तक हमें कोई पॉजिटिव खबर मिल सकती है.

पीएम का राज्यसभा में संबोधन शुरू

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन शुरू हो गया है. पीएम ने राष्ट्रपति से अभिभाषण का जिक्र करते हुए उसे चुनौती के दौर में आशा, आत्मविश्वास पैदा करने वाला बताया. मोदी बोले कि भाषण से आत्मनिर्भर भारत को राह मिलेगी

रात भर के बचाव कार्य के बाद सुरंग के मुहाने तक पहुंचे हमारे बहादुर जवान: त्रिवेंद्र सिंह रावत

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, “हमारे बहादुर जवान रात भर के बचाव कार्य के बाद सुरंग के मुहाने तक पहुंच गए हैं. बचाव कार्य जोरों से चल रहा है और हम और अधिक लोगों की जान बचाने की उम्मीद कर रहे हैं. दुर्भाग्य से, बचाव दलों ने अब तक 11 शव बरामद किए हैं. मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों के साथ हैं.”

लगातार दूसरे दिन भी जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन

उत्तराखंड के जोशीमठ में दूसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. कल यानी रविवार को 12 लोगों को सुरंग से सुरक्षित निकाल लिया गया था. दूसरी सुरंग को भी जेसीबी की मदद से खोल लिया गया है और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. SDRF और उत्तराखंड पुलिस की टीम श्रीनगर डैम के पास भी सर्च ऑपरेशन चला रही है.

रात भर कड़ी मेहनत के बाद सेना ने खोला सुरंग का मुंह

भारतीय सेना ने बताया है कि वायु सेना के हेलीकॉप्टर सूरज की पहली किरण के साथ ही बचाव कार्य के लिए उड़ान भरने लगे हैं. उन्होंने बताया है कि सेना के प्रयास और इंजीनियरिंग टास्क फोर्स की कड़ी मेहनत के बूते सुरंग का मुहाना खोल लिया गया है. बड़ी-बड़ी मशीनों से रातभर काम किया गया, जिसके बाद ये सफलता हासिल हुई है. फील्ड हॉस्पिटल के जरिए सहायता उपलब्ध कराई जा रही है.

हरिद्वार में सामान्य स्तर पर बह रही है गंगा नदी

कल रविवार को चमोली जिले के धौलीगंगा ऋषि गंगा और तपोवन क्षेत्र में आई भयंकर आपदा और बाढ़ का असर हरिद्वार तीर्थ नगरी में देखने को नहीं मिला है. हरिद्वार में भीमगोड़ा बैराज में गंगा में सामान्य रूप से पानी बह रहा है, सिंचाई विभाग के आला अधिकारी भीमगोड़ा बैराज में कैंप किए हुए हैं और पूरे क्षेत्र में गंगा के तट पर बसे गांवों को अलर्ट कर दिया गया है.उत्तरी खंड गंगा नहर सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता एस डी ओ अनिल कुमार निवेश का कहना है कि चमोली जिले की आपदा का असर हरिद्वार में नहीं पड़ा है. यहां पर सामान्य रूप से गंगाजल बह रहा है और बांध पर जल के स्तर को लगातार देखा जा रहा है. स्थिति सामान्य है. इस समय गंगा में हरिद्वार में गंगा जल 9000 क्यूसेक रहा है जो सामान्य से कम है.

70-80 मीटर तक साफ हुई सुरंग, कल से फंसे हुए हैं 30-40 कर्मचारी

देहरादून ITBP की DIG सेक्टर अपर्णा कुमार ने बताया कि 70-80 मीटर तक बड़ी सुरंग साफ हो चुकी है. मलबे ने इसे अवरुद्ध कर दिया, इसे जेसीबी की मदद से साफ किया जा रहा है. यह लगभग 180 मीटर लंबी है और लगभग 30-40 कर्मचारी कल से यहां फंसे हुए हैं. उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के प्रयास चल रहे हैं. उन्होंने बताया कि अभी भी 150 से ज्यादा लोग लापता हैं.

अभी भी लापता हैं 120 से ज्यादा लोग, जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन

उत्तराखंड के सेक्रेटरी आपदा प्रबंधन एस.ए मुरुगेसन का कहना है कि ITBP के 300 से ज्यादा जवान, SDRF के 50-60 जवान और NDRF के 120 से ज्यादा जवान रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं. घटनास्थल पर मेडिकल टीम के लोग भी हैं. उन्होंने बताया कि डाउनस्ट्रीम में 10 बॉडी मिली हैं और अभी भी 120 से ज्यादा लोग लापता हैं.

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