उत्तराखंड,सुरंग में कीचड़ और पानी मिलना अच्छा संकेत नहीं- प्रोजेक्ट इंजीनियर

उत्तराखंड के चमोली में मची तबाही के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. आपदा में मरने वालों की संख्या 36 हो गई है जबकि 169 अन्य लोग अभी भी लापता हैं. फिलहाल जोशीमठ टनल में बचाव कार्य चल रहा है वहां 25 से 35 लोग फंसे हो सकते हैं.

कीचड़ और पानी मिलना अच्छा संकेत नहीं

नीचे पानी और स्लश भरा हुआ है, 180 मीटर वाला प्रयास जारी रहेगा, डेढ़ फीट का होल किया जाएगा, जिससे फोर्स को उतारा जा सके. एसएफटी टनल में कीचड़ और पानी मिला, जो अच्छा संकेत नहीं है. टनल में फंसे 37 लोगों की ज़िंदगी से जुड़ी हुई. ऑपरेशन दो तरह से जारी रखने का फैसला किया जाएगा. कीचड़ मिलने के बाद नाइट विजन कैमरा डालने पर फ़ैसला एनडीआरएफ को लेना है.

11.6 मीटर तक का ड्रिल का काम पूरा

एनडीआरएफ की तरफ से कहा गया है कि सुरंग में नीचे कम मिट्टी हो सकती है, लेकिन ख़ाली जगह नहीं है ये साफ है. ड्रिल को बड़ा करके कीचड़ को पंप करने की कोशिश की जाएगी. अंदर से अभी पानी नही आ रहा है जो अच्छा संकेत है. अंदर की टनल में लूज स्लज और पानी है इसका पता लगाएंगे. कैमरा डाला जाएगा या नहीं इसका फैसला एनडीआरएफ की टीम लेगी. दोनों तरह से प्रयास जारी रहेगा, 11.6 मीटर तक का काम ड्रिल करके नीचे पहुंचे हैं.

सीएम से मिले कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत

उत्तराखंड के चमोली के जोशीमठ में बचाव और राहत कार्यों पर चर्चा के लिए कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की. पूर्व सीएम ने मुख्यमंत्री को सुझावों के साथ 6-पॉइंटर ज्ञापन भी दिया. चमोली जिले में 7 फरवरी को ग्लेशियर फटा था.

रैनी गांव के पास झील से घबराने की जरूरत नहीं- सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत

उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि झील (रैनी गांव के पास) की जो अभी स्थिति है उससे सावधान रहने की जरूरत है, घबराने की जरूरत नहीं. झील लगभग 400 मीटर लंबी है गहराई का अभी अनुमान नहीं है. आज भी वहां वैज्ञानिकों की टीम जा रही है, वो वहां का अध्ययन कर सरकार को रिपोर्ट देगी.

एनडीआरएफ का दावा ड्रिलिंग का काम लगभग 80 फीसदी पूरा

एनडीआरएफ का दावा सुरंग में  ड्रिलिंग का काम लगभग 80% हो चुका है अगले 15 से 20 मिनट में कंप्लीट हो जाएगा.

”आत्मनिर्भर भारत के लिए है बजट”

राज्यसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये बजट आत्मनिर्भर भारत के लिए है. ये बजट ऐसा है जो स्पष्ट रूप से अनुभव और प्रशासनिक क्षमताओं को दर्शाता है.

रैनी गांव के पास झील का अध्यन कर रही टीम – सीएम रावत

झील (रैनी गांव के पास) की जो अभी स्थिति है उससे सवाधान रहने की जरूरत है, घबराने की जरूरत नहीं. झील लगभग 400 मीटर लंबी है गहराई का अभी अनुमान नहीं है. आज भी वहां वैज्ञानिकों की टीम जा रही है, वो वहां का अध्ययन कर सरकार को रिपोर्ट देगी: उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत

गांवों में पहुंचाया जा रहा राशन

सूकी, लता और भालगुन गांव में हेलिकॉप्टर की मदद से जरूरी सामान और राशन की डिलिवरी की जा रही है. ये गांव उत्तराखंड आपदा के बाद कट गए थे.

एक और शव मिला, 37 हुई संख्या

मैथन गांव के पास नदी के किनारे से एक शव बरामद हुआ। अब कुल 37 शव बरामद हो चुके हैं: चमोली ज़िला मजिस्ट्रेट, उत्तराखंड

तपोवन टनल के पास ड्रिल की जा रही छोटी टनल

तपोवन टनल के 12 मीटर नीचे छोटी टनल है जहां संभावना थी कि कुछ लोग फंसे हुए हैं, लेकिन हम कल 6 मीटर तक ही ड्रिल कर पाए थे लेकिन आज हम वहां दूसरी मशीन लगाकर फिर से ड्रिल करने का प्रयास करेंगे.

रैणी गांव के ऊपर भेजी गईं SDRF और NDRF की टीमें

रैणी गांव के ऊपर के इलाके में एक झील बनने की जानकारी मिली है. वहां SDRF और NDRF की टीमों को भेजा गया है. यह जानकारी उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने दी. वह बोले कि ऐसा अनुमान है कि रैणी गांव के ऊपर पानी जमा हो रहा है. वहां कई एरियल रेकी की गई हैं. अब 8 सदस्यों वाली टीम को वहां भेजा गया है. बचाव कार्य के बाद वहां कोई एक्शन लिया जाएगा.

भंग्यूल गांव से महिलाओं और बच्चों को किया जा रहा रेस्क्यू

भंग्यूल गांव से महिलाओं और बच्चों को रेस्क्यू किया जा रहा है. ये महिलाएं और बच्चे आपदा के दिन से इस गांव में फंसे हुए थे. आज आर्मी द्वारा रोपवे के सहारे इन महिलाओं और बच्चों को तपोवन की तरफ लाया गया. बता दें कि तपोवन बैराज के ऊपर काफी ज्यादा सिल्ट जमी हुई है लेकिन बराज की लंबाई इतनी अधिक है कि अगर एक छोटा सा भी रास्ता बन जाए तो कम से कम बैराज से गांव के दूसरी तरफ जाया जा सकता है.

नदी में भी शवों की तलाश जारी

NDRF कमांडेंट पीके तिवारी ने बताया कि तपोवन टनल में लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. उनकी टीम लगातार नदी में शवों की तलाश कर रही है. लगातार हमारी टीम यहां काम कर रही है. नई मशीनों के द्वारा भी यहां काम शुरू हो चुका है. नदी के किनारे भी हम अपनी एक टीम भेज रहे हैं ताकि वहां रास्ते में जो शव फंसे हो उसका पता लगा सकें. वहीं चमोली की जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने बताया कि अब तक 36 शव बरामद हुए हैं और 2 व्यक्ति जीवित मिले हैं.

गाद निकालने के लिए बड़े एक्सेलेटर का इस्तेमाल

तपोवन की NTPC टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन का काम जारी है. ऑपरेशन रात भर जारी रहा. अब गाद निकालने के लिए बड़े एक्सेलेटर का इस्तेमाल किया जा रहा है.

अब तक 36 शव बरामद

राज्य सरकार के अनुसार उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना में अब तक 36 शव बरामद किए गए हैं, जिनमें से 10 शवों की पहचान की जा गई है. फिलहाल 169 अन्य लोग अभी भी लापता हैं. फिलहाल जोशीमठ टनल में बचाव कार्य चल रहा है वहां 25 से 35 लोग फंसे हो सकते हैं.

फिर से शुरू हुआ बचाव कार्य

इलाके के गांव के लोगों को आशंका हुई कि नदी में जल स्तर बढ़ रहा है। उसके बाद ऋषिगंगा में SDRF के जवानों ने भी जल स्तर बढ़ने की बात कही। इसके बाद हमने बचाव कार्य रोक दिया। जब जल स्तर कम हुआ तो बचाव कार्य फिर से शुरू कर दिया गया: गढ़वाल DIG नीरू गर्ग, तपोवन सुरंग में बचाव कार्य पर

उत्तराखंड में अबतक 35 शव बरामद

उत्तराखंड के चमोली में मची तबाही के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. आपदा में मरने वालों की संख्या 35 हो गई है जबकि 169 अन्य लोग अभी भी लापता हैं. फिलहाल जोशीमठ टनल में बचाव कार्य चल रहा है वहां 25 से 35 लोग फंसे हो सकते हैं.

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