लखनऊ: सीएम योगी ने गन्ना किसानों को किया सम्मानित

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दुनियाभर में यूपी अपनी मिठास पहुंचता है। छह साल पहले पर्ची चोरी, घटतौली और आंदोलन का दौर था। किसान अपनी फसल को आग लगाने को मजबूर था। पीएम मोदी ने किसानों के लिए कई रिफार्म लागू किए। इससे बड़ा बदलाव आया। आज यूपी गन्ना एवं चीनी उत्पादन, खांडसारी और इथनाॅल उत्पादन में पहले स्थान पर है। अब जरूरत प्राकृतिक खेती की है। पंजाब में बढ़ते कैंसर की बड़ी वजह कीटनाशकों का प्रयोग है। प्राकृतिक खेती से धरती माता के साथ आपकी सेहत भी ठीक रहेगी। मुख्यमंत्री शनिवार को लोक भवन में प्रदेश के उन्नतिशील गन्ना किसानों के सम्मान समारोह और नवनिर्मित भवनों के लोकार्पण के अवसर पर बोल रहे थे।

योगी ने कहा कि हमने किसानों के साथ चीनी मिल मालिकों की समस्याओं का निराकरण किया। आज 2640 क्विंटल प्रति हेक्टेयर गन्ना उत्पादन करने वाले किसान कार्यक्रम में मौजूद है, छह साल पहले अधिकारी इसे असंभव कार्य बताते थे। 3171 महिला समूहों में 59 हजार से अधिक महिलाएं काम करके प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में सहयोग कर रही हैं। गन्ना विभाग ने हर साल कुछ नया करके दिखाया है। करीब 2,13,400 करोड़ की धनराशि डीवीटी के माध्यम से सीधे किसानों के खाते में भेजी गई। करीब सौ चीनी मिलें सात से दस दिन में भुगतान कर रही हैं। किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह छपरौली में चीनी मिल शुरू करना चाहते थे। कई सरकारें आई-गईं, हमारी सरकार ने मिल लगाई। इसी तरह बस्ती में गोली चलती थी, आज नई मिल चल रही है। अब मिलें बंद और बेची नहीं जा रही हैं। 

20 जिलों की रिपोर्ट खराब
चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने कहा कि कोरोना की वजह से पुरस्कार नहीं दिए गए थे, जिनको आज मिल रहे है। छह साल से योगी के नेतृत्व में गन्ना उत्पादन में पूरे देश में प्रथम स्थान है। कोरोना में भी मिलें चलती रहीं। स्वयं सहायता समूह मेहनत कर रहा। रोजगार के साधन खुद तलाश रहे है। कीटनाशक का इस्तेमाल न करें। 20 जिलों की खेती योग्य भूमि बेकार होने की रिपोर्ट है, इसलिए प्राकृतिक खेती करें। भुगतान को जल्द हर हफ्ते कराने की योजना है। 

प्रशस्ति-पत्र देकर किया सम्मानित 
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 20 सहकारी गन्ना तथा चीनी मिल समितियों के नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण किया। साथ ही, राज्य गन्ना उत्पादन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रशस्ति पत्र देकर
सम्मानित किया। इस अवसर पर गन्ना राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार, अपर मुख्य सचिव संजय आर. भूसरेड्डी समेत कई अधिकारी उपस्थित रहे। 

ऐसा ही अधिकारी चाहिए 
योगी ने अपर मुख्य सचिव संजय आर. भूसरेड्डी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने कोरोना काल में चीनी मिलें चलाने में अहम भूमिका निभाई। पहले लोगों ने कहा था कि ये किसी की सुनते नहीं हैं, गन्ना विभाग नहीं चला पाएंगे। मैंने कहा कि ऐसा ही अधिकारी चाहिए। जल्द सेवानिवृत्त होने वाले हैं लेकिन इनकी सेवाएं अविस्मरणीय रहेंगी।

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