महाराष्ट के व्यापारी का इंदौर में अपहरण, पांच गिरफ्तार

सस्ते दाम पर सिगरेट दिलाने का झांसा देकर व्यापारी का अपहरण कर रुपये ऐंठने वाले पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से करीब आठ लाख रुपये सहित रिवॉल्वर, कार व अन्य वाहन जब्त किए हैं। जुए की लत अपराध की दुनिया में लेकर आई। आरोपी लूटे गए रुपयों से राजस्थान जाकर जुआ खेलते थे।

छोटी ग्वालटोली थाना पुलिस ने बताया कि नागपुर (महाराष्ट्र) निवासी रोहित अग्रवाल ने शिकायत की और बताया कि नागपुर में वह मेडिसिन का व्यापार करता है एवं अपने व्यापार के सिलसिले में अक्सर उसका इंदौर आना होता है। तीन महीने पहले विजय नगर इलाके के एक बार में रोहित की मुलाकात आशीष गुर्जर निवासी सुंदरनगर से हुई थी। उसने बताया था कि उसके पास 36 कार्टून सिगरेट है जो उसे काफी कम दाम में मिल जाएगी। दोनों के बीच सिगरेट के सौदे को लेकर बात होती रही। रोहित ने यह बात अपने ससुर को बताई व उनके लिए सिगरेट खरीदने के लिए रोहित 29 दिसंबर को इंदौर आया था। आशीष से मिलकर उसे 1 लाख रुपए एडवांस दिए थे। आशीष ने कहा था कि जब वह फोन करेगा तब माल लेने के लिए आ जाना। 3 जनवरी को सिगरेट देने के लिए रोहित को इंदौर बुलाया था। वह छोटी ग्वालटोली इलाके में होटल नीलम में रुका था। वहां आशीष और उसका एक साथी रोहित से मिलने भी आए। सौदा तय होने के बाद में रोहित ने 4 जनवरी को अपने ससुर रामअवतार को आगरा से 10 लाख रुपए लेकर बुलवाया। वे लोग उसे माल दिलवाने के बहाने मांगलिया का कहकर साथ ले गए। आशीष के दो साथी होटल नीलम में रोहित के ससुर रामावतार के साथ थे। मांगलिया बायपास पर ले जाकर इन लोगों ने रोहित को एक कार में जबरन बैठाने की कोशिश की। उसने विरोध किया तो एक बदमाश ने उसे रिवॉल्वर अड़ाई। कार में बैठाने के बाद उसे डराया और पीटा।  रिवॉल्वर अड़ाकर कहा कि अपने ससुर को फोन कर कहे  कि माल मिल गया है, पेमेंट दे दे। इसके बाद रोहित ने फोन कर 8.80 लाख रुपए दिलवा दिए। होटल में रुके बदमाश रुपये लेकर वहां से निकल गए। बाद में आशीष और उसके साथी रोहित से और रुपए की मांग करने लगे। 1.20 लाख रुपये और उन्होंने रामावतार से होटल आकर ले लिए। इसके बाद रोहित के मोबाइल की सिम तोड़कर फेंक दी व उसे निरंजनपुर में सुनसान जगह पर छोड़कर बदमाश भाग निकले। जाते समय उसे धमकी दी थी कि अपने ससुर को लेकर इंदौर से चले जाना। किसी को घटना के बारे में बताया तो उसकी हत्या कर देंगे। वह ससुर के पास पहुंचा और उन्हें पूरी घटना के बारे में बताया। बाद में इंदौर में रहने वाले रिश्तेदारों के साथ पुलिस के पास पहुंचे।

एक ने पहन रखी थी पुलिस की वर्दी
पुलिस ने रोहित जैन की रिपोर्ट पर धोखाधड़ी, अपहरण, अवैध वसूली की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू की। रोहित द्वारा बताई गई लोकेशन के अनुसार आसपास जांच की। इस दौरान सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी देखे। एक जगह पुलिस को कैमरे से एक्टिवा पर जाते हुए दो लोग नजर आए। इस फुटेज की जांच की तो मुखबिर तंत्र से पता चला उसमें आशीष गुर्जर और उसका साथी चेतन यादव सवार थे। इसके आधार पर आशीष गुर्जर पिता सागर निवासी सुंदरनगर के घर पुलिस पहुंची। उससे पूछताछ के बाद पुलिस ने साथी अनूप पांडे पिता मदन मोहन निवासी राजीव आवास विहार, विनोद मौर्य पिता शिवनारायण निवासी श्याम नगर एनेक्स, अवधेश सिंह कुशवाहा पिता सोबरन सिंह निवासी देवलोक श्रीनगर, प्रमोद दुबे पिता चंद्रमा निवासी निरंजनपुर को गिरफ्तार किया। इनके अन्य साथियों की पुलिस तलाश कर रही है। फरियादी ने पुलिस को बताया था की कार में एक व्यक्ति खुद को क्राइम ब्रांच का बता रहा था तथा एक व्यक्ति ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी। घटना के बाद आरोपियों ने रुपये आपस में बांट लिए थे। इनके पास से 7.90 लाख रुपये नकद, एक रिवॉल्वर, 10 कारतूस, एक कार, एक एक्टिवा और एक बाइक जब्त की। पुलिस ने बताया कि आशीष पर पूर्व में भी जुए और हत्या के प्रयास सहित आधा दर्जन केस दर्ज है। सभी आरोपियों को जुआ खेलने की लत है। राजस्थान जाकर ये लोग जुआ खेलते हैं। पुलिस इनसे वारदात को लेकर पूछताछ कर रही है। आरोपियों से पूछताछ पर संदिग्ध दो पुलिसकर्मियों की भूमिका के संबंध में दोनों से जानकारी जुटाई जा रही है। 

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