महाराष्ट्र: राजभवन ने राज्यपाल का इस्तीफे की अटकलों को खारिज किया

महाराष्ट्र के राज्यपाल ने हाल ही में छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने मराठा योद्धा को ‘पुराने’ आदर्श बताया था। तब से विवाद बढ़ता जा रहा है। इस बीच, इस तरह की खबरें भी फैलाई जा रही हैं कि टिप्पणी को लेकर बढ़ते दावा के बीच भगत सिंह कोश्यारी पद छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, राजभवन के सूत्रों ने इन खबरों को निराधार बताया है। 

राजभवन ने सूत्रों ने पीटीआई-भाषा से कहा, राज्यपाल के इस्तीफे पर विचार करने की खबरें निराधार हैं। वहीं, पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने राज्यपाल की टिप्पणी के खिलाफ न बोलने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की है। ठाकरे ने ट्वीट कर कहा कि यह शर्मनाक है कि राज्यपाल को अभी तक हटाया नहीं गया है और सरकार इस पर नहीं बोल रही है। 

राज्यपाल कोश्यारी ने क्या कहा था?
कोश्यारी ने कहा, जब हम स्कूल में पढ़ते थे, तो हमारे शिक्षक हमसे पूछते थे कि आपका पसंदीदा नेता या हीरो कौन है? कुछ सुभाष चंद्र बोस तो कुछ नेहरू जी या गांदी का नाम बताते थे। मुझे लगता है कि अब आपसे कोई पूछे कि आपका आदर्श कौन है? आपका पसंदीदा नेता कौन है? तो इसके लिए आपको बाहर जाने की जरूरत नहीं है। आपको यह महाराष्ट्र में ही मिल सकते हैं। शिवाजी महाराज पुराने युग की बात है। मैं आज के समय की बात कर रहा हूं। आप इन्हें यहीं ढूंढ सकते हैं डॉ. अंबेडकर से लेकर डॉक्टर नितिन गडकरी तक में। 

ऊंचे पद पर बैठे व्यक्ति का इस तरह का बयान अक्षम्य : भाजपा सांसद
पुणे में भाजपा सांसद उदयनराजे भोसले ने कहा, विभिन्न राजनीतिक दल छत्रपति शिवाजी महाराज की विचारधारा का पालन करते हैं। जब तरह-तरह के अपमानजनक बयानों से उनका अपमान होता है, तो ये राजनीतिक दल नाराज क्यों नहीं होते? इस मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों को एक साथ आना चाहिए। 

भाजपा सांसद ने कहा, छत्रपति शिवाजी महाराज पर राज्यपाल कोश्यारी द्वारा दिए बयान को लेकर मैंने राष्ट्रपति और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखा है। जब इतने ऊंचे पद पर आसीन व्यक्ति इस तरह का बयान देता है, तो यह अक्षम्य है। 

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