ऊना पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 375 पेटी नकली शराब बरामद

ऊना जिले में पकड़ी गई नकली स्टीकर और होलोग्राम वाली शराब मामले के तार जिला मंडी के जहरीली शराब मामले से जुड़े हैं। जिला पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि जिले में पकड़ी गई शराब आरोपियों ने जहरीली शराब मामले के मुख्य आरोपी गौरव मिन्हास से खरीदी थी। अब पुलिस कागड़ा जिला के पालमपुर निवासी गौरव मिन्हास की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस को गौरव अपने घर में भी नहीं मिला है। पुलिस उसकी तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही है।

नकली होलोग्राम और स्टीकर के चलते शराब के नकली होने की आशंका भी जताई जा रही है। पुलिस जांच में आने वाले समय में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। अभी तक की जांच में सामने आया है कि दोनों आरोपियों के संपर्क में गौरव मिन्हास था और उनसे फोन पर बातचीत कर रहा था। इसके साथ ही गौरव मिन्हास ऊना भी आया था। बीते कुछ दिन लगातार गौरव जिले में आ रहा था। वह जहरीली शराब के मामले में उच्च न्यायालय से जमानत पर चल रहा था।

शराब मामले में गौरव मिन्हास का नाम सामने आने के बाद ही पुलिस ने राज्य कर एवं आबकारी विभाग को पत्र लिखकर शराब की जांच करवाई तो यह मामला उजागर हुआ। जांच बढ़ने पर इसकी परतें खुली। मंगलवार को ऊना में प्रेसवार्ता में आयोजित कर पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर ने बताया कि बीते 27 मई को मोहित राजपूत निवासी ऊना और अश्वनी कुमार निवासी नंगल के विरूद्ध पुलिस थाना ऊना में केस दर्ज किया था।

इसमें पुलिस दल ने आरोपियों की बोलेरो गाड़ी से वीआरवी मार्का देसी शराब की 45 पेटियां बरामद की। प्रारंभिक जांच में मोहित राजपूत ने बताया कि उसने यह शराब गौरव मिन्हास ऊर्फ गोरू से खरीदी हैं। सूचना के आधार पर शराब की बोतलों पर लगे लेबल और होलोग्राम का सत्यापन जिला आबकारी एवं कराधान आयुक्त से करवाया गया।

उन्होंने बताया कि बोतलों पर लगे लेबल और होलोग्राम जाली हैं। एसपी ने बताया कि 28 मई को मोहित राजपूत और अश्वनी पुलिस दल को औद्योगिक क्षेत्र मैहतपुर के प्लॉट 60 में बने एक गोदाम में लेकर गए। यहां गवाहों की उपस्थिति में तलाशी के दौरान पुलिस दल को वीआरवी मार्का देसी शराब की 375 अतिरिक्त पेटियां बरामद की गई।

उसी जगह पर होलोग्राम और वीआरवी उद्योग के लेबल लगे टेप जले पाए गए। जांच के दौरान पाया गया कि गोदाम में चार श्रमिक कार्य करते थे, जोकि गायब थे। उनके मोबाइल भी बंद हैं। उन्हें उसी दिन सुबह गोदाम के आसपास देखा गया था। गोदाम का रैंट एग्रीमेंट आरोपी अश्वनी के नाम पर था जोकि गौरव मिन्हास की अनुशंसा पर किया गया था। एसपी ने बताया कि नकली होलोग्राम और स्टीकर वाली शराब कहां बनाई गई, इसका अभी पता नहीं चल पाया है।

इन सभी पहलुओं की पुलिस लगातार जांच कर रही है। इस दौरान उनके साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव भाटिया भी मौजूद रहे। बता दें कि मंडी में पूर्व में सामने आए जहरीली शराब मामले के तार ऊना से भी जुड़े थे। इसी मामले के मुख्य आरोपी की भूमिका अब पुलिस ऊना जिले में मिले नकली होलोग्राम और मार्का स्टीकर शराब को लेकर पता लगा रही है। मामले में अन्य गिरफ्तारियों के बाद बड़ा खुलासा होने की संभावना है।

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