अफ्रीकी देश माली में हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं. हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. एक बार फिर से बंदूकधारियों ने वाहनों को निशाना बनाया. सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि सेना की निगरानी में जा रहे वाहनों के एक काफिले पर बंदूकधारियों ने हमला कर दिया, जिसमें 25 नागरिक मारे गए. मरने वालों में ज्यादातर सोने की खदान में काम करने वाले लोग शामिल थे.
जानकारी के मुताबिक यह हमला शुक्रवार को देश के उत्तर-पूर्व में स्थित सबसे बड़े शहर गाओ से करीब 30 किलोमीटर दूर हुआ, जहां सत्तारूढ़ जुंटा के विरोधी सशस्त्र समूह सक्रिय हैं. बताया जा रहा है कि इस साल नागरिकों पर किया गया यह सबसे घातक हमला था. यहां लोगों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है जिससे लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है.
60 वाहनों के काफिले को बनाया गया निशाना
सेना के प्रवक्ता कर्नल मेजर सौलेमेन डेम्बेले के मुताबिक हमलावरों ने सेना द्वारा संचालित करीब 60 वाहनों के काफिले को निशाना बनाया. जिससे चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई. इस दौरान सैना के जवानों ने पीड़ितों की सहायता की और 13 घायलों को गाओ अस्पताल पहुंचाया जहां उनका इलाज किया जा रहा है. वहीं हमले में बंदूकधारी भी जख्मी हो गए. हालांकि इस हमले में सेना के किसी कर्मी के हताहत होने पर प्रवक्ता ने कोई टिप्पणी नहीं की.
मंजर देखकर सदमे में लोग
गाओ के एक निवासी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि उनकी बहन हमले में बच गई, लेकिन वह मानसिक सदमे में है. उन्होंने बताया कि उनकी बहन ने पहली बार इतने सारे लोगों को मृत और घायल अवस्था में देखा था. ये मंजर काफी खौफनाक था, हर तरफ खून से लथपथ लाशें बिखरी पड़ी थीं. जिसे देखकर उनकी बहन काफी डर गई.
किसी भी समूह ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी
फिलहाल इस हमले की जिम्मेदारी किसी भी समूह ने नहीं ली है. बताया जा रहा है कि इस क्षेत्र में कई समूह सक्रिय हैं, जिनमें इस्लामिक स्टेट समूह, अल-कायदा से जुड़ा जेएनआईएम और माली के सैन्य शासन के विरोधी अजावाद क्षेत्र के अन्य समूह शामिल हैं. पिछले 10 सालों से बी ज्यादा समय से माली में हिंसक घटनाएं हो रही है. 2020 में सेना ने चुनी गई सरकार कोसत्ता से हटा दिया था. तब से देश में लगातार आतंकी वारदातें हो रही हैं.