उत्तर प्रदेश के सीतापुर स्थित मिश्रिख इलाके में ससुराल से मायके जाने के लिए निकली एक विवाहिता को पहुंचाने के बहाने एक ठेलिया चालक ने अपने दो अन्य साथियों संग मिलकर समूहिक दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने विवाहिता को आग के हवाले कर दिया। लेकिन पीड़िता बुरी तरह झुलसने के बाद भी बच गई। घटना अंजाम देकर आरोपी भाग गए। रातभर पीड़िता झुलसी हालत में खेतों में पड़ी रही। सुबह पीड़िता झुलसी हालत में खेतों में मिली। उसे गंभीर हालत में सीएचसी मिश्रिख से जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
मिश्रिख कोतवाली इलाके के एक गांव की विवाहिता गुरुवार की शाम अपने ससुराल से मायके जाने के लिए निकली थी। रास्ते में उसे एक अधेड़ ठेलिया चालक मिला और उसने मायके पहुंचाने की पेशकश की। इस पर विवाहिता उसकी ठेलिया पर सवार हो गई। जिसके बाद ठेलिया चालक मिश्रिख इलाके के अपने गांव के पास ले गया। जहां उसने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर विवाहिता संग सामूहिक दुष्कर्म किया। उसके बाद आरोपियों ने विवाहिता को जलाने के लिए आग के हवाले कर दिया और भाग निकले।
आग लगने के बाद किसी तरह विवाहिता बच गई, लेकिन उसके पैर व गुप्तांग बुरी तरह झुलस गए। रातभर वह खेतों में पड़ी रही। सुबह किसी महिला ने उसे गंभीर हालत में देखा तो कपड़े पहनाए और खाना खिलाया। इस दौरान ससुराल से मायके न पहुंचने पर दोनों ही परिवार महिला की तलाश में जुट गए। तलाश करते हुए परिवार के लोग श्रीनगर गांव पहुंचे। वहां से गंभीर हालत में विवाहिता को परिवार के लोग सीएचसी मिश्रिख लाए। यहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
घटना की सूचना पर पुलिस के होश उड़ गए। अफसरों ने कई थानों की पुलिस को आरोपियों की तलाश में लगा दिया है। एएसपी एनपी सिंह का कहना है कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। जांच के बाद जो कुछ होगा बताया जाएगा।