दवा की बर्बादी रोकने और जरूरतमंदों तक जरूरी दवाएं पंहुचाने के लिए मेडिसिन बैंक बनाए जाने की हिन्दुस्तान की पहल मेडिसिन अब सिर्फ लखनऊ ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के साथ दूसरे राज्य में भी पंहुच गई है। लखनऊ में मेडिसिन बैंक शुरू होने के बाद अब प्रदेश वाराणसी और प्रयागराज के साथ ही झारखण्ड के धनबाद में भी मेडिसिन बैंक खोल दिया गया है।
वाराणसी में मेडिसिन बैंक खोलने की जिम्मेदारी संत रविदास शिक्षा एवं विकास संस्थान के नेशनल प्रोजेक्ट हेड विशाल त्रिवेदी ने ली है। विशाल ने कोरोना काल में पूरे देश में लोगों की मदद की है। वहीं प्रयागराज में टीम प्रयागराज के संस्थापक विवेक मिश्रा और सह संस्थापक अर्पित मिश्रा ने मेडिसिन बैंक शुरू किया है। इसके साथ ही झारखण्ड में भाजयुमो झारखण्ड प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आयुष राना अपनी टीम के साथ मेडिसिन बैंक खोलने के लिए आए आए। आयुष राना भी कोरोना महामारी के दौरान पिछले साल से ही सेवा कार्य में लगे हुए हैं।
मेडिसिन बैंक की शहर में तीन शाखाएं खुली
लखनऊ में मेडिसिन बैंक के संचालक चौधरी इमारान खान ने बताया कि बुधवार को कई शहवासियों ने जरूरी दवाएं मेडिसिन बैंक को दी। इसके साथ ही अभी तक मेडिसिन बैंक की तीन शाखाएं थी। जिन्हे बढ़ाकर छह कर दिया गया है। दवाईयां अब इन्दिरा नगर, कपूरथला, वजीरगंज के साथ ही अर्जुनगंज, खदरा और कैसरबाग केन्द्र पर दान दी जा सकती हैं और यहीं से जरूरतमंद लोग दवा निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं।