मेरठ: किसानों पर 15,890 करोड़ का कर्ज

केंद्र और प्रदेश सरकार ने देश के किसानों की आय दोगुना करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। ऐसे में किसानों पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है। मेरठ जिले में कृषि और कृषि संबंधी उपकरण और इन्फ्रास्ट्रक्चर आदि पर लोन लेने वाले किसानों की संख्या चार लाख, 92 हजार 618 है। जिले के किसानाें ने 15,890 करोड़ कर्ज लिया है। इस हिसाब से प्रत्येक व्यक्ति बैंक का 3.22 लाख रुपये का कर्ज है।

बैंकों ने कृषि से संबंधित गतिविधियों, जिसमें स्वयं सहायता समूह, संयुक्त ब्रांड समूह जो कि मत्स्य पालन, पशु पालन, मुर्गी पालन और पराग कण से जुड़े हैं। इन पर 25 लाख से पांच करोड़ तक ऋण दिया जाता है। बैंकों ने ऐसे तीन लाख 42 हजार 875 किसानों को 7522 करोड़ 88 लाख रुपये ऋण दिया है। कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जिले में दो लाख 20 हजार 112 किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किस्त दी जा रही है। सातवीं किस्त ऑनलाइन ट्रांसफर की जा चुकी है। बैंकों से वर्ष 2021-22 में कृषि के लिए ऋण लेने वाले किसान 28 हजार 988 हैं। इन किसानों ने 5020 करोड़ 86 लाख रुपये ऋण लिया है।

कृषि क्रॉप ऋण
किसानों की संख्या – 28,988

राशि – 5020 करोड़ 86 लाख रुपये
कृषि संबंधी टर्म लोन
किसानों की संख्या – 56,534
राशि – 1241 करोड़, 96 लाख रुपये

कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर ऋण
किसानों की संख्या – 3661

राशि – 1024 करोड़ 70 लाख रुपये
कृषि से जुड़े कार्यों के लिए लोन
किसानों की संख्या – 60,560
राशि – 1079 करोड़, 48 लाख रुपये

कृषि प्राथमिकता क्षेत्र
किसानों की संख्या – 3,42,875

राशि – 7522 करोड़ 88 लाख रुपये
नोट : यह आंकड़े वार्षिक ऋण योजना 2021-22 अग्रणी जिला कार्यालय से लिए गए हैं।

सरकारी बैंक कृषि ऋण देने में अव्वल
सरकारी बैंकों ने वर्ष 2021-22 में सर्वाधिक कृषि ऋण का वितरण किया है। प्राइवेट बैंकों में बंधन बैंक, इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, साउथ इंडिया बैंक, द नैनीताल बैंक लिमिटेड ने किसानों को खेती के लिए कोई ऋण नहीं दिया है। केनरा बैंक ने सर्वाधिक 40 हजार 479 किसानों को 994 करोड़ 90 लाख 63 हजार रुपये का ऋण दिया। दूसरे नंबर पर पंजाब नेशनल बैंक ने 994 करोड़ 17 लाख, 36 हजार रुपये खेती के लिए ऋण के रूप में दिए हैं।

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