पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में भारी हिंसा के बाद तख्तापलट हो गया है। पूरा देश हिंसा की आग में सुलग रहा है। इस बीच आज प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्तीफा देकर भारत भाग आईं हैं। इस बीच बांग्लादेश के मौजूदा हालात को देखते हुए मेघालय ने बांग्लादेश के बॉर्डर से सटी अपनी सीमा पर रात्रि कर्फ्यू लगा दिया है। मेघालय के डिप्टी सीएम इसकी पुष्टी की है। वहीं केंद्र सरकार ने नॉर्थ ईस्ट में बांग्लादेश से लगे सभी बॉर्डर पर अलर्ट जारी कर दिया है।
बता दें कि इस्तीफ़ा देने के बाद शेख हसीना हेलीकॉप्टर से त्रिपुरा के अगरतला पहुंची। इसके बाद वह शाम करीब साढ़े 5 बजे गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर पहुंचीं। इस बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने हिंडन एयरबेस पहुंचकर शेख हसीना से मुलाकात की। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि शेख हसीना हिंडन से लंदन के लिए रवाना होगी।
ममता बनर्जी ने बंगाल में शांति बनाए रखने की अपील की
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के लोगों से बांग्लादेश में चल रही अशांति और सत्ता परिवर्तन के बीच शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार इस संबंध में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लिए गए फैसले का समर्थन करेगी। बांग्लादेश के घटनाक्रम पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर प्रतिक्रिया देना विदेश मंत्रालय का काम है। भारत सरकार इस बात पर फैसला करेगी कि बांग्लादेश मुद्दे पर कैसे निपटा जाए और सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अपील की जाएगी कि वे भड़काऊ टिप्पणियां करने से बचें।
जानिए क्या है पूरा मामला?
बांग्लादेश में पिछले कई दिनों से जाति आरक्षण को लेकर हिंसक प्रदर्शन जारी हैं। बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन में अब तक 300 लोगों की मौत हो चुकी है। दरअसल बांगलादेश में 1971 के स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरी में 70 फीसद रिजर्वेशन दिया जाता है। इल्जाम है कि नौकरियों में ये आरक्षण सिर्फ शेख हसीना की पार्टी का समर्थन करने वालों को दिया जाता है। ऐसे में प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि सरकारी नौकरियों में रिजर्वेशन खत्म किया जाए।