मेटा ने भारत में लीगल और मार्केटिंग डायरेक्टर को नौकरी से निकाला

Meta ने एक बार फिर से भारत में बड़े स्तर पर छंटनी की है। तीसरे राउंड की छंटनी में मेटा में 6,000 लोगों की नौकरी पर खतरा है। इस बार मेटा पूरी दुनिया में अपने 6,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने वाला है। पिछले हफ्ते ही मेटा के निदेशक और भारत में पार्टनरशिप के प्रमुख मनीष चोपड़ा ने अपने इस्तीफे की घोषणा की है। चोपड़ा 2019 में मेटा में शामिल हुए और भारत में इसके निदेशक और साझेदारी के प्रमुख के रूप में काम कर रहे हैं। 

अब खबर है कि मेटा ने भारत में कुछ बड़े अधिकारियों को निकाला है। मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में मेटा के मार्केटिंग डायरेक्टर अविनाश पंत, मीडिया पार्टनरशिप के डायरेक्टर साकेत झा सौरभ और मेटा इंडिया में कानूनी निदेशक अमृता मुखर्जी सहित भारत के कुछ शीर्ष अधिकारियों को कथित तौर पर पद छोड़ने के लिए कहा गया था।मेटा में शामिल होने से पहले अमृता हॉटस्टार में कानूनी टीम का नेतृत्व करने कर रही थीं। रिपोर्ट में यह दावा किया जा रहा है कि मेटा भारत में अपने कई विभागों में छंटनी करने वाली है जिनमें मार्केटिंग, प्रशासन, मानव संसाधन और अन्य शामिल हैं। मेटा ने अभी तक इन छंटनी पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। मेटा में बिजनेस इंजीनियर सुरभि प्रकाश ने कंपनी छोड़ने के लिए कहने के बाद अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए लिंक्डइन पर लिखा, “दुःखद, यह समाप्त हो गया लेकिन खुशी हुई कि यह हुआ, चिंता अंत में खत्म हो गई।” इन छंटनी ने कंपनी के भीतर अन्य कर्मचारियों को काफी प्रभावित किया है।

8 महीने में 20 हजार से अधिक लोगों की छंटनी

मेटा में पिछले साल से ही लगातार छंटनी हो रही है। मई के अंत तक मेटा में 10,000 और छंटनी होने वाली है। पिछले साल नवंबर से लेकर अभी तक मेटा ने करीब 21,000 लोगों को नौकरी से निकाला है। इसके अलावा नई भर्तियों पर भी फिलहाल रोक लगाई गई है।

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