सपा ने मिल्कीपुर उपचुनाव में सत्ताधारी दल के इशारे पर गड़बड़ की शिकायत चुनाव आयोग से की। सपा के पोलिंग एजेंटों को मतदान कक्ष से बाहर निकाल देने, पुलिस अधिकारियों के मतदाताओं की आईडी चेक करने, दर्जनों पोलिंग स्टेशनों पर भाजपा द्वारा फर्जी वोटिंग कराने, बीजेपी नेताओं द्वारा चुनाव को प्रभावित किए जाने की शिकायत की। यह भी बताया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी चुनाव में धांधली के वीडियो अपने एक्स एकाउंट पर साझा किए हैं। ज्ञापन देने वालों में प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल, मो. शकील नदवी केके श्रीवास्तव, मनोज यादव और राधेश्याम सिंह मौजूद रहे।
मिल्कीपुर में सरकार के इशारे पर प्रशासन ने की धांधली-अखिलेश
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा सरकार के इशारे पर लोकतंत्र और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया की धज्जियां उड़ाई गईं। भाजपा और प्रशासन ने कई जगहों पर फर्जी वोटिंग की और जमकर धांधली की।
अखिलेश यादव ने जारी बयान में कहा कि पुलिस-प्रशासन का रवैया अलोकतांत्रिक रहा। दर्जनों बूथों पर समाजवादी पार्टी के बूथ एजेंटों को डराया-धमकाया गया। भाजपा ने मिल्कीपुर में बेईमानी के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए। भाजपा के लोगों ने मिल्कीपुर उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए अराजकता की। पुलिस-प्रशासन का उन्हें खुला संरक्षण मिला। पुलिस-प्रशासन ने खुली छूट देकर चुनाव आचार संहिता का घोर उल्लंघन किया।
अखिलेश यादव ने कहा कि कई बूथों पर प्रशासन और बीएलओ ने फर्जी मतदान कराया। भाजपा के सत्ता संरक्षित लोगों ने बाहर से लोगों को बुलाकर फर्जी वोटिंग करवाई। बूथ संख्या-158 पर एसडीएम ने खुद बूथ कैप्चरिंग की शिकायत चुनाव आयोग से की गई। आयोग से मामले को संज्ञान में लेकर ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के समर्थकों ने खुद स्वीकार किया है कि उन्होंने फर्जी मतदान किया है। अकेले एक व्यक्ति ने 6 वोट डाल दिए। फर्जी मतदान करते हुए कुछ लोगों को सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद ने स्वयं पकड़ा है। रायपट्टी अमानीगंज में फर्जी वोट डालने की बात अपने मुंह से कहने वाले ने साफ कर दिया कि भाजपा सरकार में अधिकारी किस तरह से धांधली में लिप्त है।
अखिलेश ने कहा कि कुछ बूथों पर सेक्टर मजिस्ट्रेट अश्वनी कुमार और चौकी प्रभारी खंडासा अनुराग पाठक व पीठासीन अधिकारी ने मिलकर मतदान को प्रभावित किया। कई मतदान केंद्रों पर समाजवादी पार्टी के एजेंटों को या तो बाहर कर दिया गया या एजेंट ही नहीं बनाया गया। ज्यादातर बूथों पर ईवीएम खराब होने की शिकायतें मिलीं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनाव प्रक्रिया को ध्वस्त कर दिया है।