मुजफ्फरनगर: अवैध मिट्टी खनन को लेकर भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कार्रवाई की मांग की है। संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक के नेतृत्व में पदाधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे और खनन माफिया पर सख्त कदम उठाने की मांग की।
विवाद की शुरुआत एक वायरल वीडियो से हुई, जिसमें भाकियू (टिकैत) के एक पदाधिकारी को मिट्टी खनन के एवज में पैसे लेते हुए दिखाया गया है। हालांकि बाद में उसी व्यक्ति का दूसरा वीडियो सामने आया, जिसमें उसने दावा किया कि पहला वीडियो नशे और दबाव में बनाया गया था।

धर्मेंद्र मलिक ने डीएम उमेश मिश्रा को एक ऑडियो क्लिप सौंपी, जिसमें खतौली तहसील के एक कानूनगो द्वारा एक किसान को धमकाने की बात सामने आई। ऑडियो में अधिकारी खुद को अक्षम्य बताते हुए किसान को धमका रहा है। मलिक ने इसे प्रशासन की लापरवाही का उदाहरण बताते हुए कार्रवाई की मांग की।
भाकियू अराजनैतिक ने अधिकारियों पर भी सवाल उठाए, कहा कि शिकायतों के बावजूद अवैध खनन की जांच में गंभीरता नहीं बरती जा रही। मलिक ने जांच से जुड़े वीडियो भी डीएम को सौंपे और दावा किया कि अधिकारियों की निष्क्रियता से न केवल किसानों को नुकसान हो रहा है, बल्कि पर्यावरण पर भी असर पड़ रहा है।