हाईकोर्ट से अधिकार बहाली के आदेश लेने के बाद मुजफ्फरनगर पहुंची पालिका चेयरपर्सन ने आरोप लगाया कि शिकायतकर्ताओं ने शहर को विकास के मामले में 4 माह पीछे धकेल दिया। उन्होंने कहा कि उनका राजनीतिक कदम पालिका चेयरपर्सन चुनाव होगा। कहा कि वह विकास को प्रतिबद्ध रही हैं, आगे भी उनकी इच्छा शहर के चहूमुखी विकास की है।
शहर के विकास को बनी थी चेयरपर्सन: अंजु अग्रवाल
नगर पालिका चेयरपर्सन अंजु अग्रवाल ने शासन से बर्खास्तगी के बाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाईकोर्ट से अधिकार बहाली के आदेश प्राप्त कर अंजु अग्रवाल बुधवार को नगर पालिका पहुंची। वहां उन्होंने अपने कार्यालय में बैठकर हाईकोर्ट आदेश की प्रति डीएम को भिजवाई।
इसके साथ ही विभिन्न बैंकों में इस बात की जानकारी दी कि उन्हें हाईकोर्ट से बहाली के आदेश प्राप्त हो गए हैं। पालिका चेयरपर्सन अंजु अग्रवाल ने कहा कि उन्हें कुर्सी से कोई मोह नहीं है। कहा कि चेयरपर्सन पद से सिर्फ यही आस रही कि इसके माध्यम से वह शहर का विकास कर सके।
उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि शिकायतकर्ता कौन हैं। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता भगवान नहीं है। हाईकोर्ट दो बार शिकायत को निरस्त कर चुका है। समझ नहीं आता कि विकास कार्य को क्यों रोका जा रहा है। इसमें जनता जनार्धन का क्या दोष है, कि शहर को विकास से दूर किया जा रहा है।
शिकायतकर्ता पर होगा मानहानि का दावा
नगर पालिका चेयरपर्सन अंजु अग्रवाल ने कहा कि विकास को अवरुद्ध करने का प्रयास किया गया। कहा कि झूठी शिकायत कर उन्हें बदनाम करने का प्रयास किया गया। वे उन शिकायतकर्ताओं के विरुद्ध मानहानि का दावा करेंगी जिन्होंने झूठी शिकायत की। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि 13 जुलाई को बोर्ड बैठक की थी। जिसके शहर के चहुमुखी विकास का एजेंडा रखा गया था। सभी प्रस्ताव बहुमत से पास कराए गए ताकि विकास हो सके। लेकिन उसमें अवरोध पैदा किया गया।