मुजफ्फरपुर बालिका कांड: रामानुज ठाकुर की तिहाड़ जेल में मौत, बच्चियों से दुष्कर्म का था आरोप

तिहाड़ जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे मुजफ्फरपुर बालिका कांड के आरोपी रामानुज ठाकुर की मौत हो गई है. तिहाड़ जेल प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि रामानुज की उम्र करीब 70 साल थी और वो लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे.

जानकारी के मुताबिक, रामानुज ठाकुर तिहाड़ के जेल नम्बर 3 में बंद था. उन्होंने बताया की रामानुज की मौत बीते 3 दिसंबर को हुई थी. रामानुज इस कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर का मामा लगता था.

रामानुज को 23 फरवरी 2019 को तिहाड़ जेल में लाया गया था. रामानुज ठाकुर पर शेल्टर होम की बच्चियों का यौन उत्‍पीड़न और दुष्कर्म करने समेत कई गंभीर आरोप लगे थे. सुनवाई के बाद दिल्‍ली के साकेत कोर्ट ने उसे 11 फरवरी 2020 को उम्रकैद और 60 हजार रुपये जुर्माना की सजा दी थी.  जेल प्रशासन ने पोस्टमार्टम के बाद शव को स्‍वजनों को सौंप दिया है.

रामानुज, बच्चियों से दुष्कर्म करने का था आरोपी

बता दें कि बच्चियों ने महिला थाने की पुलिस और सीबीआइ को दिये अपने बयान में रामानुज समेत 19 आरोपियों पर दुष्कर्म करने के साथ- साथ तरह- तरह की यातनाएं देने का आरोप लगाया था. मामले का खुलासा टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज की सोशल ऑडिट रिपोर्ट से हुआ था. इसके बाद बालिका गृह में रह रही लड़कियों का मेडिकल टेस्ट कराया गया. इसमें 34 लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न की पुष्टि हुई थी.

पुलिस की जांच में यह सामने आया था कि शेल्‍टर होम से 6 लड़कियां गायब हुई थी, पुलिस की पूछताछ में पीड़िताओं ने बताया कि साल 2013 से 2018 के बीच ये लड़कियां गायब हुई थी. लेकिन इन लड़कियों के गायब होने का कोई पुलिस रिकॉर्ड नहीं था.

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