नूपुर के समर्थन में नीदरलैंड के सांसद, कहा- भारत-हिंदू दोस्त अपने मूल्य बचाएं

पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन और विरोध में सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि देश के बाहर भी खेमेबंदी हो रही है. मुस्लिम देश इस मसले पर विरोध जता रहे हैं. भारत में नूपुर के पक्ष में लोग सोशल मीडिया पर कमेंट्स कर रहे हैं, तो प्रवासी भारतीयों का भी उन्हें समर्थन मिल रहा है. दुर्भाग्य से भारत में नूपुर की टिप्पणी का समर्थन करने पर दो लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा, तो कुछ को इसी अंजाम की धमकी मिली है. हालांकि अब नूपुर के पक्ष में नीदरलैंड के सांसद गिर्ट विल्डर्स भी आ गए हैं. गिर्ट विल्डर्स अपनी ट्वीट्स से खुल्लम-खुल्ला भारत, हिंदुओं और नूपुर शर्मा का समर्थन कर रहे हैं. यह अलग बात है कि गिर्ट इसी वजह से पाकिस्तान के भी निशाने पर आ गए हैं. 

धर्मनिरपेक्षता का मतलब तुष्टिकरण नहीं
इस कड़ी में शनिवार को गिर्ट विल्डर्स ने एक और ट्वीट कर नूपुर शर्मा का समर्थन करते हुए हिंदुओं से मूल्यों की रक्षा करने का आह्वान किया है. विल्डर्स ने अपने ट्वीट में कहा है, ‘अगर धर्मनिरपेक्षता का मतलब तुष्टिकरण है, तो कानून का कोई शासन नहीं है. भारत और मेरे हिंदू दोस्त, अपने मूल्यों की रक्षा करें. असहनीय को कभी भी सहन न करें. लोकतंत्र और स्वतंत्रता को हर दिन संरक्षित करने की जरूरत होती है.’ गिर्ट इससे पहले भारत का समर्थन करने पर कुछ कट्टरपंथियों के निशाने पर भी चुके हैं. कट्टरपंथियों ने विल्डर्स की फोटो के साथ छेड़छाड़ की थी, लेकिन खुद विल्डर्स ने अपनी फोटो शेयर करते हुए लिखा था, ‘जिहादियों भाड़ में जाओ.’

पाकिस्तान को लग रही है मिर्ची
इस छेड़छाड़ पर गिर्ट ने ट्विटर पर लिखा था, ‘भारत, हिंदुत्व और नूपुर शर्मा का समर्थन करने के बदले में मुझे यह मिला, लेकिन मैं कतई डरा नहीं हूं. जिहादियों भाड़ में जाओ.’ ट्विटर पर शेयर की गई फोटो को देखकर ट्विटर यूजर्स ने उनका समर्थन कर सुरक्षा का ध्यान रखने को कहा था. रोचक बात यह है कि कट्टरपंथ के खिलाफ विल्डर्स के ट्वीट्स और कड़े शब्दों ने पाकिस्तान की नींद उड़ा दी है. पाकिस्तान के कुछ लोग बकायदा इसकी शिकायत ट्विटर से कर चुके हैं. हालांकि शिकायत के बाद गिर्ट के कुछ ट्वीट्स पाकिस्तान में दिखने बंद हो गए हैं.

ट्वीट रोकने पर पाकिस्तान को लगाई फटकार
इस पर भी गिर्ट विल्डर्स ने पाकिस्तान को जबर्दस्त तरीके से फटकार लगाई है उन्होंने लिखा, ‘पाकिस्तान में अधिकारियों को बोलने की स्वतंत्रता या आलोचना रास नहीं आती है. संभवतः इसीलिए उन्होंने ट्विटर पर पाकिस्तान में मेरे कई ट्वीट रोक दिए हैं. हालांकि मैं अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा करता रहूंगा. साथ ही जरूरत पड़ने पर इस्लाम और मोहम्मद की आलोचना भी करता रहूंगा. जैसे सच बोलने वाली नूपुर शर्मा का बचाव किया है.’ कह सकते हैं कि नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी दुनिया के उन हिस्सों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है, जहां के लोग कट्टरता से आजिज आ चुके हैं.

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