समाज की परंपराओं को तोड़ने के कारण कुलदीप बिश्नोई को भेजा गया नोटिस

हरियाणा के भाजपा नेता व पूर्व विधायक कुलदीप बिश्नोई को बिश्नोई समाज की जांभोलाव धाम पंच- पंचायत को स्पष्टीकरण देने के लिए नोटिस भेजा है। हाल ही में कुलदीप के छोटे बेटे चैतन्य बिश्नोई की सगाई दूसरे समाज की लड़की से हुई है। जिसके बाद से राजस्थान के बिश्नोई समाज के कुछ लोग उनसे नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।

20 मार्च को कुलदीप बिश्नोई को भेजे गए नोटिस में बिश्नोई समाज पंच-पंचायत जांभोलाव धाम ने कहा है कि हाल ही में समाज में कुछ समय से घटित घटनाक्रम पर विचार विमर्श करने पर यह पाया है कि आपने अपने आचरण से बिश्नोई समाज की मान मर्यादाओं एवं परपंराओं को बार-बार तोड़कर पूरे समाज की भावनाओं को आहत व शर्मसार किया है, इसलिए इस पंचायत ने यह निर्णय लिया है कि क्यों न आपको समाज की मर्यादाओं को तोड़ने के कारण अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक पद व बिश्नोई रत्न सम्मान से मुक्त किया जाए।

दो सप्ताह में इस नोटिस का जवाब दे अन्यथा एकतरफा उचित कार्यवाही की जाएगी। जिसके लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे। इसके नीचे मुकाम पीठाधीश्वर सहित अन्य प्रमुख महंतों के हस्ताक्षर किए हैं।

कुलदीप को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद कुलदीप बिश्नोई ने अपनी राजनीतिक गतिविधियां राजस्थान में बढ़ा दी हैं। राजस्थान में बिश्नोई समाज 7 लोकसभा क्षेत्रों में 37 विधानसभा सीटों पर प्रभाव व निर्णायक भूमिका में है। मौजूदा समय में 5 विधायक हैं। कुलदीप जब कांग्रेस में थे तो पार्टी ने उन्हें राजस्थान में स्टार प्रचारक बनाकर भेजा था। कुलदीप बिश्नोई मौजूदा समय में अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक है। राजस्थान में बिश्नोई समाज का पवित्र स्थल मुकाम धाम है।

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