अलीगढ़ में एटा के सीमेंट और ट्रांसपोर्ट लॉजिस्टिक कारोबारी संदीप गुप्ता की हत्या के बाद पूरे जनपद में आक्रोश है। कस्बा अलीगंज और जैथरा में मंगलवार सुबह से ही बाजार नहीं खोले गए। हत्याकांड के विरोध में एटा शहर के व्यापारी भी एकजुट हो गए। उन्होंने बाजार बंद कराकर जमकर नारेबाजी की। शहर के गांधी मूर्ति चौराहे पर लोग धरने पर बैठ गए। अलीगंज में कायमगंज, कंपिल और नवाबगंज मार्गों पर जाम लगा दिया गया है।
नामचीन कारोबारी संदीप गुप्ता एटा के कस्बा अलीगंज के रहने वाले थे। सोमवार देर शाम को अलीगढ़ के रामघाट रोड स्थित गांधीआई तिराहा मोड़ पर उनकी हत्या कर दी गई थी। वह कार में सवार थे। तभी कार सवार हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। उनको तीन गोलियां लगीं। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। इस हत्याकांड की जानकारी मिलते ही जनपद में आक्रोश फैल गया।
रात में ही कारोबारी के घर पर कई व्यापारी पहुंचे और पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया। घटना के विरोध में मंगलवार की सुबह से अलीगंज के साथ जैथरा कस्बे के बाजार बंद हैं। आक्रोशित व्यापारियों ने जुलूस निकालकर नारेबाजी की और हत्यारों को फांसी की सजा दिए जान की मांग की।
आक्रोशित व्यापारियों ने अलीगंज-कायमगंज मार्ग पर जाम लगा दिया। व्यापारियों ने मांग की है कि जल्द से जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी हो। उधर, जैथरा में संदीप गुप्ता के हत्यारों को फांसी की मांग करते हुए लोगों ने जुलूस निकाला।
अलीगंज के मोहल्ला चौधरी रामप्रसाद में रहने वाले संदीप गुप्ता चार भाई थे। संदीप गुप्ता का एक पुत्र और एक पुत्री है। उनके भाई सुजीत गुप्ता ने बताया कि सोमवार को ही दोपहर करीब 12 बजे संदीप अलीगढ़ गए थे। कुछ समझ नहीं आ रहा है कि कैसे क्या हुआ।
कारोबारी संदीप गुप्ता इस घटना से आधा घंटे पहले ही डीआईजी रेंज दीपक कुमार से उनके कैंप कार्यालय पर मिलने गए थे। यह बात खुद डीआईजी ने स्वीकारी है कि उन्हें एटा जिले से पुलिस सुरक्षा अनुमन्य थी।
संदीप पाल नाम का हेड कांस्टेबल संदीप गुप्ता की सुरक्षा में लगा था। चूंकि, चुनावी सरगर्मियों के बीच सुरक्षा समितियां निर्णय लेती रहती हैं तो वह सुरक्षा गनर के मसले पर ही मिलने आए थे। सुरक्षा के बावजूद उनकी हत्या कर दी गई।