लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में दो फाड़ होने के बाद पारस गुट की कमान पशुपति कुमार पारस के हाथों में सौंप दी गई है। गुरुवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पारस को पारस को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। लोजपा कार्यलय में इसकी औपचारिक घोषणा हुई। पार्टी की कमान संभालते ही पशुपति कुमार पारस ने चिराग पासवान पर निशाना साधा। लोजपा के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने कहा कि प्रजातांत्रित व्यवस्था में ये कहीं नहीं है कि कोई व्यक्ति आजीवन राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। हमारी पार्टी का जो संविधान है, उसमें प्रत्येक 2-3 वर्ष में अध्यक्ष का चुनाव होना है।
पारस ने कहा कि प्रजातंत्र से पार्टी चलती है, प्रजातंत्र से देश चलता है, प्रजातंत्र से संविधान चलता है। चाचा और भतीजे की जब बात है, जब भतीजा तानाशाह हो जाएगा तो चाचा क्या करेगा। लोक जनशक्ति पार्टी के हमारे कार्यकर्ताओं को मैं विश्वास दिलाता हूं कि लोजपा के अंदर कोई मतभेद नहीं है, कोई विरोध नहीं है, अगर विरोध होता तो मैं निर्विरोध निर्वाचित नहीं होता।