Petrol Price Today: 4 मई के बाद 25 बार बढ़ाई गई हैं तेल की कीमतें,

 तेल की कीमतों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। बुधवार को एक बार फिर तेल कंपनियों ने पेट्रोल 25 पैसा और डीजल 13 पैसा महंगा कर दिया है। पिछले 44 दिनों में तेल कीमतें 25 बार बढ़ाई जा चुकी हैं। इसका असर यह है कि देश के पेट्रोल और डीजल दोनों ही 100 रुपये प्रति लीटर के आंकड़े को पार कर चुके हैं। राजस्थान के श्रीगंगानगर में बुधवार को पेट्रोल 107.79 प्रति लीटर और डीजल 100.51 प्रति लीटर बिक रहा है। 

4 मई के बाद पेट्रोल 6.26 रुपये प्रति लीटर हुआ महंगा 

5 राज्यों के चुनाव परिणाम आने के बाद से ही तेली की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। 4 मई से अबतक पेट्रोल 6.26 प्रति लीटर और डीजल 6.68 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है। देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज पेट्रोल 96.66 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.41 रुपये प्रति लीटर बिका रहा है। 

बेंगलुरू में 100 के करीब पेट्रोल 

देश के 5 बड़े मेट्रो शहरों में से एक बेंगलुरू में भी पेट्रोल  की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच गई हैं। आज की बढ़ोतरी के बाद बेंगलुरू में पेट्रोल 99.89 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है। वहीं, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 102.82 रुपये प्रति लीटर और डीजल 99.84 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। महाराष्ट्र, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, लद्दाख और तेलंगाना में पेट्रोल 100 के पार पहुंच गया है।

तेल की बढ़ती कीमतों के पीछे दो वजहें हैं। इंटरनैशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा और अलग-अलग सरकारों द्वारा भारी भरकम टैक्स की वजह से कीमतें आसमान छू रही हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बुधवार को क्रूड ऑयल 74.71 डाॅलर प्रति बैरेल बिक रहा है। मंगलवार के मुकाबले आज इसमें 0.97% प्रति बैरेल का इजाफा हुआ है। 

चुनाव के वक्त 66 दिनों के बाद नहीं बढ़ाई गई थी तेल की कीमतें 

तेल कंपनी से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार चुनाव के वक्त पेट्रोल और डीजल की कीमतों 66 दिनों तक कोई इजाफा नहीं किया गया था। जिसके कारण तेल कंपनियों को नुकसान हुआ था। अब प्राइस बढ़ाकर इसकी रिकवरी की जा रही है। 1 जून के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में पेट्रोल पर केन्द्र सरकार 34.8% और दिल्ली सरकार 23.08% टैक्स वसूल रही है। 

भविष्य में भी राहत की उम्मीद कम 

क्या तेल की कीमतें भविष्य में कम होंगी इस पर केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने पिछ्ले दिनों कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया था। तब उन्होंने कहा था कि महामारी के समय खर्च बढ़ा है ऐसे में राज्य और केन्द्र को पैसे की जरूरत है। ऐसी स्थिति में माना जा रहा है कि शायद ही तेल की कीमतों में कोई बड़ी कटौती देखने को मिले। 

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